खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025: राजस्थान में 5000 एथलीटों का महा मुकाबला
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डॉ. मनसुख मंडाविया ने दी शुभकामनाएं, सात शहरों में होगा केआईयूजी 2025
230 विश्वविद्यालयों के 5000 एथलीट 24 खेलों में करेंगे प्रतिस्पर्धा
श्रीहरि नटराज, अदिति गोपीचंद स्वामी सहित कई ओलंपियन करेंगे हिस्सा
राजस्थान पहली बार मेजबान, सात शहरों में भव्य आयोजन
Rajasthan/ केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कल राजस्थान में शुरू होने वाले पाँचवें खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 (केआईयूजी) की पूर्व संध्या पर युवा खेल प्रतिभाओं को बधाई दी।
डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा, "खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स भारत की उभरती खेल प्रतिभाओं का सशक्त उत्सव हैं। यह मंच उन बेहतरीन युवा एथलीटों को एक जगह लाता है जो समर्पण, अनुशासन और उत्कृष्टता की भावना का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। जैसे-जैसे भारत 2026 के एशियाई खेलों और उसके बाद होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की तरफ नई महत्वाकांक्षाओं के साथ आगे बढ़ रहा है, ये खेल वैश्विक मंच के लिए चैंपियन तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।"
एथलीटों की दृढ़ता और प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए, उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह आयोजन भारत के खेल पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करेगा और देश भर के विश्वविद्यालयों में उत्कृष्टता को प्रेरित करेगा।
डॉ. मंडाविया ने आगे कहा, "खेलो इंडिया यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक क्षमतावान एथलीट को महानता की ओर बढ़ने का अवसर और वातावरण मिले। हम उनकी आकांक्षाओं को पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और भारतीय खेलों के भविष्य को यहाँ उभरते हुए देखकर गर्व महसूस करते हैं।"
केआईयूजी 2025 का आयोजन भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा राजस्थान सरकार और राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद (आरएसएससी) के सहयोग से, सात शहरों - जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर और बीकानेर में आयोजित किया जाएगा।
भारत के बेहतरीन विश्वविद्यालय एथलीटों को प्रदर्शित करने वाला, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स युवा मामले और खेल मंत्रालय का एक प्रमुख आयोजन है जिसकी मेजबानी राजस्थान पहली बार करेगा।
खेल भारतीय विश्वविद्यालय संघ और राष्ट्रीय खेल महा संघों के सहयोग से भी आयोजित किए जाते हैं। पूर्णिमा विश्वविद्यालय राजस्थान में मेजबान विश्वविद्यालय है।
230 से अधिक विश्वविद्यालयों के करीब 5000 एथलीट 24 विषयों में प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिसमें 23 पदक वाले खेल और एक प्रदर्शन कार्यक्रम शामिल हैं।
इस वर्ष नए समावेशन में कैनोइंग, कयाकिंग, साइकिलिंग और बीच वॉलीबॉल हैं इनमें दो बार के ओलंपियन तैराक श्रीहरि नटराज और ओलंपियन भजन कौर, परनीत कौर, एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता और विश्व चैंपियन कंपाउंड तीरंदाज अदिति गोपीचंद स्वामी जैसे कई अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज शामिल हैं। जैन विश्वविद्यालय के नटराज छह तैराकी स्पर्धाओं में भाग लेंगे और 2022 के बाद यह उनका दूसरा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स होगा।
“केआईयूजी उभरते तैराकों के लिए एक बेहतरीन मंच है। इनमें से कई एशियाई स्तर पर तैराकी कर चुके हैं और मैं उनके साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए उत्सुक हूँ। मेरा मानना है कि केआईयूजी और खेलो इंडिया यूथ गेम्स जैसे आयोजन खेल मंत्रालय द्वारा संचालित बेहद अच्छे कार्यक्रम हैं और एथलीटों को इनका पूरा लाभ उठाना चाहिए,” उन्होंने कहा।
राजस्थान के युवा मामले और खेल मंत्री और 2004 एथेंस ओलंपिक में राइफल शूटिंग में रजत पदक विजेता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा: “हर युवा में कोई न कोई प्रतिभा होती है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी का विजन ऐसे युवाओं को अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने के अवसर प्रदान करना है। यह केआईयूजी 5000 एथलीटों के लिए एक ऐसा मंच है जहाँ वे ऐसे माहौल में प्रतिस्पर्धा करते हैं जहाँ कौशल सर्वोपरि है। यह कहना गलत नहीं होगा कि पदक जीतना ही सब कुछ नहीं है। खेल अच्छे नागरिक बनाने में भी मदद करते हैं।”
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के पिछले संस्करण में, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय 66 पदक (28 स्वर्ण) के साथ शीर्ष पर रहा था। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। आठ खेल रिकॉर्ड बनाए गए और जो सारे एथलेटिक्स में बने।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के बारे में
युवा मामले और खेल मंत्रालय तथा भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स देश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय-स्तरीय बहु-खेल आयोजन है। इनका उद्देश्य युवा खेल प्रतिभाओं की पहचान करना और उन्हें निखारना है, तथा प्रतिस्पर्धा और उत्कृष्टता के लिए एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करना है। राजस्थान की मेजबानी में आयोजित पाँचवाँ संस्करण, विश्वविद्यालय खेलों में अवसरों का विस्तार और मानकों को ऊँचा उठाकर इस विरासत को आगे बढ़ा रहा है।
खेलो इंडिया के बारे में
खेलो इंडिया योजना, युवा मामले और खेल मंत्रालय की प्रमुख केंद्रीय क्षेत्र योजना है। खेलो इंडिया गेम्स खेल कौशल प्रदर्शित करने का एक बुनियादी मंच है और तदनुसार, प्रतिभाओं की खोज और प्रतिभाशाली बच्चों को उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए विकास के मार्ग प्रदान करने का एक मंच बन गया है।
इन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन ओलंपिक आंदोलन की सच्ची भावना के अनुरूप विभिन्न हितधारकों जैसे संबंधित एनएसएफ, एसजीएफआई, एआईयू आदि को शामिल करके किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत अब तक देश भर में खेलो इंडिया गेम्स के 20 संस्करण आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें खेलो इंडिया यूथ गेम्स (केआईवाईजी) के 7 संस्करण, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के 4 संस्करण, खेलो इंडिया विंटर गेम्स के 5 संस्करण, खेलो इंडिया पैरा गेम्स के 2 संस्करण, खेलो इंडिया बीच गेम्स का 1 संस्करण, खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल का 1 संस्करण शामिल हैं।