SSC के खिलाफ हजारों उम्मीदवारों का कोलकाता में सड़क रोको आंदोलन
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
दो अलग-अलग अभ्यर्थी समूहों ने अंकन में अनियमितता और भर्ती में देरी के विरोध में कोलकाता में प्रदर्शन किया।
कक्षा 11–12 के हजारों अभ्यर्थियों ने डोरीना क्रॉसिंग को 40 मिनट तक जाम किया, पुलिस ने हटाया।
प्रदर्शनकारियों ने SSC पर अवैध अंक देने और प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी का गंभीर आरोप लगाया।
कोलकाता / पश्चिम बंगाल में स्कूल सर्विस कमीशन (SSC) को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिस दिन कक्षाओं 9 और 10 के लिए एसएलएसटी (SLST) परीक्षा का परिणाम जारी होना था, उसी दिन सोमवार को शिक्षक नियुक्ति के दो अलग-अलग अभ्यर्थी समूहों ने कोलकाता में विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि एसएससी अंकन-प्रणाली में "अनियमितता और पक्षपात" हो रहा है, वहीं भर्ती प्रक्रिया में लंबे समय से देरी जारी है। इस विरोध ने एक बार फिर राज्य के स्कूली शिक्षा विभाग में व्याप्त असंतोष को उजागर कर दिया। कक्षा 11 और 12 के हजारों नए एसएससी अभ्यर्थियों ने एस्प्लेनेड स्थित व्यस्त डोरीना क्रॉसिंग को लगभग 40 मिनट के लिए जाम कर दिया। वे "ग़लत और अवैध रूप से दिए गए अंक", "अस्पष्ट कट-ऑफ" और "लगातार विलंबित नियुक्तियों" के खिलाफ नारेबाज़ी कर रहे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि उन्हें महीनों से कोई जानकारी नहीं दी गई है और भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह स्थगित है। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने हस्तक्षेप किया और कड़ी मशक्कत के बाद भीड़ को वहां से हटाया।
इसके समानांतर, एक अन्य समूह, जो पहले की एसएससी परीक्षाओं में शामिल हुए थे उन्होंने भी शहर के अलग हिस्से में रैली निकाली। उनका दावा था कि आयोग ने कुछ उम्मीदवारों को "अवैध और अनुचित तरीके" से अतिरिक्त अंक दिए। इस समूह ने आरोप लगाया कि संशोधित मेरिट लिस्ट और परिणामों में "असमानता और पारदर्शिता की कमी" है। अभ्यर्थियों ने कहा कि वे वर्षों से न्याय का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन एसएससी उनकी शिकायतों का समाधान करने में विफल रहा है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार और आयोग जल्द कोई समाधान नहीं निकालते, तो वे राज्यभर में बड़े स्तर के आंदोलन शुरू करेंगे।
राज्य के शिक्षा क्षेत्र में लंबे समय से एसएससी से जुड़ी अनियमितताएं, न्यायालयी मामलों और भ्रष्टाचार की शिकायतें प्रमुख मुद्दा रही हैं। ताज़ा प्रदर्शन यह संकेत देता है कि एसएससी का संकट अभी खत्म होने से काफी दूर है।