टीबी पर भारत की बड़ी जीत: WHO ने घटते केस और मौतों की पुष्टि की

Mon 24-Nov-2025,03:30 PM IST +05:30

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टीबी पर भारत की बड़ी जीत: WHO ने घटते केस और मौतों की पुष्टि की WHO रिपोर्ट ने खोला सच: भारत में TB मामलों और मौतों में बड़ी गिरावट
  • WHO रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2015–2024 के बीच टीबी मामलों में 21% और मौतों में 25% की कमी दर्ज।

  • सरकार का कहना मजबूत निगरानी, तेज पहचान और व्यापक उपचार कवरेज से टीबी नियंत्रण में उल्लेखनीय सफलता मिली।

  • गलत रिपोर्टों का खंडन करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा डेटा की गलत व्याख्या से बढ़ोतरी का भ्रम पैदा हुआ।

Delhi / Central Delhi :

स्वास्थ्य / विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ग्लोबल टीबी रिपोर्ट 2025 के आंकड़ों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत ने पिछले 10 वर्षों में क्षय रोग (टीबी) के मामलों और मौतों में उल्लेखनीय कमी हासिल की है। हाल ही में कुछ रिपोर्टों में यह दावा किया गया था कि देश में टीबी के मामलों में तेज़ बढ़ोतरी हुई है, लेकिन केंद्रीय टीबी प्रभाग के आधिकारिक सूत्रों ने इन दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, टीबी नियंत्रण के प्रयासों को लेकर भारत में निगरानी प्रणाली को मजबूत किया गया है, जल्दी पहचान की व्यवस्था में सुधार हुआ है, और देशभर में उपचार कवरेज को काफी व्यापक किया गया है। इन सभी कदमों के परिणामस्वरूप टीबी में लगातार गिरावट दर्ज की गई है।
WHO के अनुसार, भारत ने 2015 से 2024 के बीच टीबी मामलों में 21% की कमी दर्ज की है। 2015 में टीबी की दर 237 प्रति लाख जनसंख्या थी, जो 2024 में घटकर 187 हो गई। यह गिरावट दर्शाती है कि सरकार की ओर से चलाए गए ‘निक्षय पोर्टल’, ‘टीबी-मुक्त भारत अभियान’ और सामुदायिक स्तर पर इलाज और पोषण सहायता जैसे कदम प्रभावी साबित हुए हैं। टीबी से मृत्यु दर में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 से 2024 के बीच टीबी मृत्यु दर में 25% की कमी दर्ज की गई। 2015 में प्रति लाख जनसंख्या में 28 मौतें होती थीं, जो 2024 में घटकर 21 रह गईं।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि जिन रिपोर्टों में टीबी में बढ़ोतरी का दावा किया गया है, वे सीमित डेटा या गलत व्याख्या पर आधारित हैं। असल में, टीबी के मामले पहले कम दर्ज होते थे, लेकिन निगरानी व्यवस्था मजबूत होने के बाद वास्तविक मामलों की रिपोर्टिंग में वृद्धि हुई। इससे ऐसा भ्रम पैदा हुआ कि केस बढ़े हैं, जबकि वास्तविकता इसके उलट है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि भारत 2025 तक टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और WHO की रिपोर्ट ने इस प्रगति को प्रमाणित किया है।