FBI Negotiation | FBI की नेगोशिएशन के 6 सीक्रेट्स: जो बिज़नेस और ज़िंदगी दोनों में असरदार हैं

Sat 20-Dec-2025,01:48 AM IST +05:30

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FBI Negotiation | FBI की नेगोशिएशन के 6 सीक्रेट्स: जो बिज़नेस और ज़िंदगी दोनों में असरदार हैं Negotiation-Tips-_-Fbi-Negotiation-_-Tactical-Empathy-_-Mirror-Trick
  • नेगोशिएशन में सफलता पाने के आसान तरीके.

  • भावनाओं को समझकर बातचीत को प्रभावी बनाएं.

  • बिज़नेस और व्यक्तिगत जीवन में रणनीतियों का उपयोग.

Maharashtra / Nagpur :

AGCNN / नेगोशिएशन केवल बड़ी डील या पुलिस इंटरोगेशन तक सीमित नहीं होती। हम रोज़मर्रा की ज़िंदगी में भी नेगोशिएशन करते हैं—ऑफिस में बॉस से, क्लाइंट से, परिवार में या दोस्तों के बीच। FBI ने सालों के अनुभव से कुछ ऐसी तकनीकें विकसित की हैं, जो बिना दबाव बनाए सामने वाले को समझने और सही नतीजे तक पहुंचने में मदद करती हैं। ये तरीके सख़्ती नहीं, बल्कि समझ और धैर्य पर आधारित हैं।

1. मिरर ट्रिक (Mirror Trick)
इस तकनीक में सामने वाला जो आख़िरी 1 से 3 शब्द कहे, आप उन्हें सवालिया अंदाज़ में दोहरा देते हैं। इसका असर यह होता है कि सामने वाला खुद को सुना हुआ महसूस करता है और अक्सर बिना सोचे ज़्यादा जानकारी दे देता है।
उदाहरण के तौर पर, अगर कोई कहे, “ये डील मेरे लिए थोड़ा रिस्की है,”
तो आप बस कह सकते हैं, “थोड़ा रिस्की?”

  • यह तरीका तब बहुत काम आता है जब सामने वाला बात घुमा रहा हो या पूरी जानकारी नहीं दे रहा हो।

2. कॉल इट आउट (Call It Out)
इसमें आप सामने वाले की भावनाओं को शब्दों में रख देते हैं। जैसे—

  • “लगता है इस फैसले को लेकर आप परेशान हैं” या
  • “ऐसा लग रहा है कि आपको भरोसे की कमी महसूस हो रही है।”

जब भावनाओं को नाम मिल जाता है, तो तनाव अपने आप कम होने लगता है। सामने वाला रक्षात्मक होने के बजाय खुलकर बात करने लगता है।

  • यह तकनीक तब उपयोगी है जब आपको सामने वाले में झुंझलाहट, गुस्सा या छुपी नाराज़गी महसूस हो।

3. टैक्टिकल एम्पैथी (Tactical Empathy)
यह सहानुभूति दिखाने की एक समझदार रणनीति है। इसमें आप सामने वाले की भावनाओं और दृष्टिकोण को स्वीकार करते हैं, भले ही आप उनसे सहमत न हों।

उदाहरण: “मैं समझ सकता हूँ कि आपको ऐसा क्यों लग रहा है, क्योंकि इस तरह के फैसले में जोखिम होता है।”

  • इससे सामने वाला यह महसूस करता है कि आप उसे समझ रहे हैं, न कि उस पर हावी होने की कोशिश कर रहे हैं। यह तकनीक तब बेहद असरदार होती है जब बातचीत किसी अड़चन पर अटक जाए या आप पर आरोप लगाए जा रहे हों।

4. “That’s Right” ट्रिगर
FBI के अनुसार, असली सहमति तब होती है जब सामने वाला कहे—“That’s right” (बिल्कुल सही)।

इसके लिए आपको उसकी पूरी बात को अपने शब्दों में सही तरीके से समेटकर दोहराना होता है।

जब सामने वाला यह महसूस करता है कि आप उसकी स्थिति, परेशानी और सोच को पूरी तरह समझ चुके हैं, तभी वह आपके प्रस्ताव को सुनने के लिए मानसिक रूप से तैयार होता है।

  • यह तकनीक विरोध को सहयोग में बदलने का काम करती है।

5. कंट्रोल इल्यूज़न (Control Illusion)
इस तकनीक में “क्यों” वाले सवालों से बचा जाता है और “कैसे” और “क्या” वाले सवाल पूछे जाते हैं।

जैसे—

  • “आप कैसे चाहते हैं कि यह काम आगे बढ़े?”
  • “इस समस्या का समाधान क्या हो सकता है?”

इससे सामने वाले को यह एहसास होता है कि कंट्रोल उसी के हाथ में है, जबकि दिशा धीरे-धीरे आपकी ओर बढ़ती रहती है। यह तरीका तब कारगर होता है जब सामने वाला विरोध कर रहा हो और आप उसे सहयोगी बनाना चाहते हों।

6. एकरमैन मेथड (Ackerman Method)
यह तकनीक खास तौर पर पैसों या शर्तों की बातचीत में इस्तेमाल की जाती है। इसमें आप सीधे अपने अंतिम आंकड़े पर नहीं जाते, बल्कि चरणों में आगे बढ़ते हैं—

65%, फिर 85%, फिर 95% और अंत में 100%।

हर चरण पर ऐसा लगता है कि आप बड़ी रियायत दे रहे हैं, जबकि असल में आप योजनाबद्ध तरीके से अपने लक्ष्य तक पहुंच रहे होते हैं। इससे बातचीत नियंत्रित रहती है और सामने वाला भी संतुष्ट महसूस करता है।

FBI की ये 6 नेगोशिएशन तकनीकें हमें यह सिखाती हैं कि जीतने के लिए ज़ोर ज़बरदस्ती नहीं, बल्कि समझ, धैर्य और सही शब्दों की ज़रूरत होती है। चाहे बिज़नेस डील हो, करियर से जुड़ा फैसला या निजी रिश्ता—अगर आप सामने वाले को सुना हुआ और समझा हुआ महसूस करा देते हैं, तो आधी नेगोशिएशन वहीं जीत ली जाती है।