एमआईसीई पर्यटन को बढ़ावा: शहरों में कन्वेंशन प्रमोशन ब्यूरो स्थापित होंगे
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पर्यटन मंत्रालय 2026 से शहरों में कन्वेंशन प्रमोशन ब्यूरो स्थापित करेगा, डिजिटल तकनीक से भारत को वैश्विक एमआईसीई हब बनाया जाएगा।
दिल्ली/ भारत सरकार का केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय देश में मीटिंग्स, इंसेंटिव, कन्वेंशन और एग्जीबिशन (एमआईसीई) पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। मंत्रालय वर्ष 2026 से देश के प्रमुख शहरों में कन्वेंशन प्रमोशन ब्यूरो (Convention Promotion Bureau- CPB) की स्थापना करेगा। ये ब्यूरो हितधारकों के साथ साझेदारी में स्वतंत्र और पेशेवर निकायों के रूप में कार्य करेंगे।
यह जानकारी पर्यटन मंत्रालय के अपर सचिव एवं महानिदेशक श्री सुमन बिल्ला ने 19 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली में आयोजित आईईआईए इवेंट-टेक और मारटेक समिट 2025 के उद्घाटन सत्र में दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल नवाचार और आधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाना भारत को भविष्य के लिए तैयार एक वैश्विक एमआईसीई डेस्टिनेशन बनाने के लिए अनिवार्य है।
श्री बिल्ला ने कहा कि भारत के कई राज्य अपने-अपने तरीकों से पर्यटन की संभावनाओं को विकसित कर रहे हैं और अब समय आ गया है कि भारत को वैश्विक एमआईसीई मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिलाया जाए। भारत मंडपम, यशोभूमि और जियो वर्ल्ड सेंटर जैसे आइकॉनिक आयोजन स्थलों की उपलब्धता और इन्क्रेडिबल इंडिया अभियान के तहत एमआईसीई पर्यटन को प्राथमिकता दिए जाने से देश के कई शहरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी एमआईसीई गंतव्य के रूप में विकसित किया जा सकता है।
संस्थानिक सुधारों पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि प्रोफेशनल सिटी एमआईसीई ब्यूरो भारत की राष्ट्रीय एमआईसीई रणनीति का आधार स्तंभ होंगे। ये ब्यूरो वैश्विक आयोजनों के लिए समन्वित, विश्वस्तरीय सहायता प्रदान करेंगे और अनुमति प्रक्रियाओं, स्थानीय भागीदारों की नेटवर्किंग तथा इवेंट सपोर्ट के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के रूप में काम करेंगे। इसका उद्देश्य अगले पांच वर्षों में वैश्विक एमआईसीई बाजार में भारत की हिस्सेदारी को दोगुना करना है।
प्रौद्योगिकी की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए श्री बिल्ला ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, उन्नत कंप्यूटिंग, स्मार्ट इवेंट मैनेजमेंट सिस्टम और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन समाधान बड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की योजना, प्रबंधन और क्रियान्वयन को पूरी तरह बदल सकते हैं। स्मार्ट तकनीकों और प्रेडिक्टिव इनसाइट्स को अपनाकर भारत खुद को भविष्य के लिए तैयार प्रदर्शनी और इवेंट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करेगा।
इस अवसर पर इंडियन एक्जीबिशन इंडस्ट्री एसोसिएशन (आईईआईए) के अध्यक्ष श्री सोराज धवन ने कहा कि आईईआईए भारत को दुनिया के शीर्ष पांच प्रदर्शनी बाजारों में शामिल करने के लिए एक परिवर्तनकारी रोडमैप पर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में भारत का एमआईसीई बाजार 49.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था, जो 2030 तक 103.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
कार्यक्रम के दौरान अगले पांच वर्षों के लिए भारतीय एमआईसीई उद्योग के रोडमैप पर गोलमेज शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया और आईईआईए की रिपोर्ट “इंडिया एमआईसीई अपॉर्चुनिटीज ओवरव्यू (2025–2030)” का विमोचन किया गया।