काशी तमिल संगमम् 4.0 में किसानों का अयोध्या में भावुक दर्शन, राम मंदिर और सरयू तट पर मिला आध्यात्मिक अनुभव
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
काशी तमिल संगमम् 4.0 के तहत किसानों ने अयोध्या में राम मंदिर, हनुमानगढ़ी और सरयू नदी दर्शन कर गहरी आध्यात्मिक और भावनात्मक अनुभूति प्राप्त की।
किसानों ने राम मंदिर में 500 वर्षों की आस्था और संघर्ष के पूर्ण होने जैसा अनुभव किया, जिससे उनके भाव उमड़ पड़े और आंखें नम हो गईं।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यात्रा ने सांस्कृतिक एकता, आध्यात्मिक शांति और इतिहास की निकटता का अनुभव कराया, जो उनके लिए अविस्मरणीय स्मृति बनेगी।
Kashi/ काशी तमिल संगमम् 4.0 के तहत अयोध्या पहुंचे किसानों के प्रतिनिधिमंडल के लिए गुरुवार का दिन आस्था, भावनाओं और आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। प्रतिनिधिमंडल ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमानगढ़ी और सरयू नदी का दर्शन किया, जिसने हर किसान के भीतर एक विशेष भाव जगाया।
राम मंदिर के दर्शन स्थल पर पहुंचते ही कई किसान भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि यह क्षण केवल दर्शन नहीं, बल्कि 500 वर्षों की आस्था और संघर्ष का साकार रूप है। प्रभु श्रीराम की भव्य प्रतिमा देखकर कई किसानों की आंखें नम हो गईं और वे हाथ जोड़कर श्रद्धा में खड़े रह गए।
इसके बाद किसान हनुमानगढ़ी पहुंचे, जहां जयकारों से गूंजते वातावरण ने उन्हें नई ऊर्जा प्रदान की। किसानों ने बताया कि यहां आकर उन्हें जीवन के संघर्षों का सामना करने की प्रेरणा मिली।
दोपहर में वे सरयू नदी के तट पर पहुंचे, जहां शांत जलधारा और ठंडी हवा ने उन्हें गहन आध्यात्मिक शांति दी। कई किसान देर तक नदी किनारे बैठकर इस पवित्र अनुभूति में डूबे रहे।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि काशी तमिल संगमम् ने उन्हें केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता, आस्था और इतिहास को अनुभव करने का दुर्लभ अवसर दिया है। यह यात्रा उनके लिए सदैव स्मरणीय रहेगी।