Chhattisgarh DSP पर व्यापारी के आरोपों से हड़कंप, दोनों पक्षों की शिकायत पर जांच प्रारंभ
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
छत्तीसगढ़ में कारोबारी दंपत्ति द्वारा डीएसपी पर लगाए गए वित्तीय दबाव, संपत्ति हस्तांतरण और निजी संबंधों के आरोपों की पुलिस ने निष्पक्ष जांच शुरू की है।
दोनों पक्षों द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर, प्रस्तुत चैट व स्क्रीनशॉट और वित्तीय दस्तावेजों की प्रामाणिकता की जांच में पुलिस साक्ष्यों का विश्लेषण कर रही है।
डीएसपी कल्पना वर्मा ने सभी आरोपों को साजिश बताया और कहा कि वह किसी भी तरह की जांच का पूर्ण सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
Raipur/ छत्तीसगढ़ पुलिस की डीएसपी कल्पना वर्मा और रायपुर के एक कारोबारी दीपक टंडन के बीच विवाद ने राज्य में बड़ा मुद्दा खड़ा कर दिया है। व्यापारी दंपत्ति द्वारा ‘लव ट्रैप’, वित्तीय दबाव, महंगी वस्तुओं की मांग और संपत्ति हस्तांतरण जैसे गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों पर जांच शुरू कर दी है। वहीं, डीएसपी कल्पना वर्मा ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इन्हें अपनी छवि धूमिल करने की साजिश बताया है।
व्यापारी दीपक टंडन और उनकी पत्नी बरखा टंडन ने रायपुर के खम्हारडीह थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि वर्ष 2021 से उनके और डीएसपी के बीच बने निजी रिश्ते के दौरान अधिकारी ने कथित रूप से दो करोड़ रुपये से अधिक की रकम विभिन्न तरीकों से ली। आरोपों के अनुसार दंपत्ति ने महंगे उपहार, डायमंड रिंग, सोने की चेन, एक कार और यहां तक कि वीआईपी रोड स्थित एक होटल की रजिस्ट्री भी डीएसपी के भाई के नाम करवाई।
दंपत्ति का कहना है कि लगातार बढ़ते दबाव के चलते उन्होंने 45 लाख रुपये का चेक भी डीएसपी को दिया, जिसे बाद में आहरित कर लिया गया। बरखा टंडन के अनुसार उनके नाम की करीब 22 लाख रुपये की कार भी विवाद का हिस्सा बनी।
उधर, डीएसपी कल्पना वर्मा के भाई ने व्यापारी पर प्रतिवाद करते हुए अलग शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस दोनों शिकायतों की जांच समान रूप से कर रही है। मामले से जुड़े कई चैट, कॉल रिकॉर्ड और स्क्रीनशॉट भी पुलिस को सौंपे गए हैं, जिनकी प्रामाणिकता की जांच जारी है।
डीएसपी कल्पना वर्मा ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि यह उनके खिलाफ व्यक्तिगत रूप से बदनाम करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि उनके किसी भी प्रकार के अवैध संबंध, पैसों के लेन-देन या दबाव से कोई संबंध नहीं है और वह जांच में पूर्ण सहयोग देने को तैयार हैं।
पूरा मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हलचल बढ़ गई है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि जांच निष्पक्ष रूप से की जाएगी और दोनों पक्षों के साक्ष्यों को बराबरी से परखा जाएगा। फिलहाल मामला जांच के अधीन है और किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले पुलिस तथ्यों की पुष्टि कर रही है।