वित्त मंत्रालय ने बैंक भर्ती परिणाम क्रम बदला, IBPS उत्तर पुस्तिका पहुंच से पारदर्शिता बढ़ेगी
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DFS ने SBI, राष्ट्रीयकृत बैंक और RRB भर्ती परिणामों का क्रम बदलकर उम्मीदवारों के चयन निर्णय और बैंकिंग क्षेत्र की नियुक्ति स्थिरता को मजबूत किया।
नया ढांचा अधिकारी और लिपिक परीक्षाओं के लिए अलग परिणाम क्रम लागू कर कार्यबल नियोजन और कर्मचारियों के पलायन को नियंत्रित करेगा।
IBPS 2026–27 से उत्तर पुस्तिका और सही उत्तर कुंजी की लॉगिन-आधारित पहुंच देकर भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाएगा।
Delhi/ वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (DFS) ने बैंकिंग भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, सुव्यवस्थित और उम्मीदवार-अनुकूल बनाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण सुधारों की घोषणा की है। ये पहल भारतीय स्टेट बैंक (SBI), राष्ट्रीयकृत बैंकों (NBs) और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRBs) की भर्ती प्रक्रियाओं में कार्यकुशलता बढ़ाने पर केंद्रित हैं।
वर्तमान व्यवस्था में, RRBs की परीक्षा और परिणाम, SBI और राष्ट्रीयकृत बैंकों से पहले घोषित किए जाते हैं, जिसके कारण बड़ी संख्या में नए चयनित उम्मीदवार बाद में SBI या राष्ट्रीय बैंकों की ओर स्थानांतरित हो जाते हैं। इससे क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में स्टाफ की भारी कमी और संचालन संबंधी परेशानियाँ उत्पन्न होती हैं।
इस चुनौती का समाधान करने के लिए DFS ने भर्ती परिणामों की घोषणा का क्रम पूरी तरह पुनर्गठित कर दिया है। नए ढाँचे के अनुसार अब परिणाम पहले SBI, फिर राष्ट्रीयकृत बैंकों, और अंत में RRBs के लिए घोषित किए जाएंगे। इसके साथ ही, तीनों श्रेणियों में अधिकारी-स्तरीय परीक्षाओं के परिणाम पहले जारी होंगे और लिपिक-स्तरीय परिणाम बाद में घोषित किए जाएंगे।
यह नया क्रम उम्मीदवारों को अपनी प्राथमिकता के अनुसार समय पर निर्णय लेने में मदद करेगा, भर्ती स्थिरता बढ़ाएगा और बैंकों में कर्मचारियों के छोड़ने की दर को कम करेगा। मंत्रालय का मानना है कि इससे बैंकिंग क्षेत्र में कार्यबल नियोजन और सेवा वितरण में दीर्घकालिक सुधार सुनिश्चित होगा।
पारदर्शिता बढ़ाने के लिए भी बड़ा कदम उठाया गया है। IBPS अब 2026–27 की सामान्य भर्ती चक्र से उम्मीदवारों को लॉगिन के माध्यम से उत्तर पुस्तिकाएँ और सही उत्तर कुंजी उपलब्ध कराएगा। इससे चयन प्रक्रिया पर उम्मीदवारों का भरोसा और मजबूत होगा और सार्वजनिक भर्ती में पारदर्शिता का स्तर बढ़ेगा।
DFS का यह व्यापक सुधार पैकेज बैंकिंग भर्ती प्रक्रिया को अधिक विश्वसनीय, न्यायसंगत और आधुनिक बनाने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।