अमित शाह ने महाकवि सुब्रमण्यम भारती को श्रद्धांजलि दी, उनकी क्रांतिकारी सोच और सामाजिक दृष्टि की सराहना
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
अमित शाह ने X पर संदेश लिखकर महाकवि सुब्रमण्यम भारती को श्रद्धांजलि दी और स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी क्रांतिकारी भूमिका को याद किया।
भारती की कविताओं को शाह ने राष्ट्रभक्ति, नारी सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय का प्रबल आधार बताया, जो आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं।
मंत्री ने कहा कि भारती का ज्ञान भारत के सभ्यतागत मूल्यों और न्यायपूर्ण समाज निर्माण की दिशा में हमेशा मार्गदर्शन करता रहेगा।
Delhi/ केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आधुनिक तमिल साहित्य के जनक और महान स्वतंत्रता सेनानी महाकवि सुब्रमण्यम भारती की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। X प्लेटफॉर्म पर अपने संदेश में उन्होंने कहा कि भारती जी का जीवन साहस, विद्रोह, राष्ट्रभक्ति और सामाजिक सुधारों का प्रखर प्रतीक है। औपनिवेशिक शासन के अत्याचारों के सामने झुकने के बजाय उन्होंने अपनी लेखनी को एक हथियार की तरह इस्तेमाल किया और क्रांति का जज्बा हर भारतीय के हृदय में प्रज्वलित किया।
अमित शाह ने कहा कि भारती जी की कविताएँ केवल साहित्यिक धरोहर ही नहीं, बल्कि स्वतंत्रता आंदोलन का प्रेरक ईंधन थीं, जिन्होंने युवाओं में स्वाभिमान और देशभक्ति की चेतना जगाई। उनका लेखन नारी सशक्तिकरण, सामाजिक समानता और जातिगत भेदभाव के खिलाफ एक मजबूत स्वर था, जिसने भारत के सभ्यतागत मूल्यों और न्यायपूर्ण समाज की दिशा को आगे बढ़ाया।
शाह ने यह भी कहा कि सुब्रमण्यम भारती का ज्ञान और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का शाश्वत स्रोत बने रहेंगे। राष्ट्र निर्माण में उनकी दृष्टि आज भी उतनी ही प्रासंगिक है, जब भारत तकनीकी, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है।
भारती की जयंती पर दिया गया यह संदेश एक बार फिर उनके योगदान और आधुनिक भारत के निर्माण में उनकी भूमिका को उजागर करता है।