चेन्नई में एक व्यक्ति ने कंडोम पर उड़ाए एक लाख रुपये, क्विक-कॉमर्स रिपोर्ट ने किया खुलासा
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
Chennai-Crime
चेन्नई निवासी ने कंडोम पर साल भर में 1 लाख रुपये खर्च किए.
ऑनलाइन गोपनीयता और तेज डिलीवरी ने खरीदी को बढ़ावा दिया.
क्विक-कॉमर्स में पालतू, फिटनेस और महंगे उत्पादों की बढ़ती मांग.
Chennai / भारत में तेजी से बढ़ते क्विक-कॉमर्स ट्रेंड के बीच चेन्नई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने साल भर में केवल कंडोम की खरीद पर एक लाख रुपये से अधिक खर्च कर दिए। यह जानकारी क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की सालाना रिपोर्ट में सामने आई है, जिसने उपभोक्ताओं की बदलती आदतों और डिजिटल खरीदारी के नए रुझानों को उजागर किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस चेन्नई निवासी ने वर्ष 2025 के दौरान करीब 228 बार कंडोम का ऑर्डर दिया। इन सभी ऑर्डरों पर कुल खर्च एक लाख रुपये से ज्यादा रहा। औसतन देखा जाए तो यह व्यक्ति लगभग हर दूसरे दिन कंडोम मंगाता रहा। यह आंकड़ा सुनने में भले ही असामान्य लगे, लेकिन यह शहरी जीवनशैली और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बढ़ते भरोसे को दर्शाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि निजी और संवेदनशील उत्पादों की ऑनलाइन खरीद में तेजी आने के पीछे कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण गोपनीयता है। लोग अब मेडिकल स्टोर या दुकानों पर जाने के बजाय मोबाइल ऐप के जरिए चुपचाप अपनी जरूरतें पूरी करना पसंद कर रहे हैं। इसके साथ ही तेज डिलीवरी और घर बैठे सामान मिलने की सुविधा ने भी इस चलन को बढ़ावा दिया है।
क्विक-कॉमर्स रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कंडोम अब तेजी से बिकने वाले उत्पादों में शामिल हो चुके हैं। बड़ी संख्या में ऑर्डरों में यह उत्पाद शामिल रहा, जिससे यह साफ होता है कि यौन स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ी है। खास महीनों में इसकी बिक्री में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो सामाजिक व्यवहार में आ रहे बदलाव की ओर इशारा करती है।
इस रिपोर्ट में केवल कंडोम ही नहीं, बल्कि अन्य रोचक खरीदारी ट्रेंड्स भी सामने आए हैं। किसी ग्राहक ने अपने पालतू जानवरों के लिए लाखों रुपये का सामान मंगाया, तो किसी ने फिटनेस सप्लीमेंट्स पर भारी खर्च किया। कुछ लोगों ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए महंगे आभूषण और कीमती वस्तुएं भी खरीदीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि क्विक-कॉमर्स अब केवल दैनिक जरूरतों तक सीमित नहीं रहा है।
रोजमर्रा की चीजों में दूध, ब्रेड और अन्य किराना सामान सबसे ज्यादा मंगाए गए। लोग अब बाजार जाने के बजाय मोबाइल ऐप से ऑर्डर करना ज्यादा सुविधाजनक समझ रहे हैं। समय की बचत, डिजिटल भुगतान और भरोसेमंद डिलीवरी ने इस बदलाव को तेज कर दिया है।
कुल मिलाकर, चेन्नई के एक व्यक्ति द्वारा कंडोम पर एक लाख रुपये खर्च करने का यह मामला सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि बदलते सामाजिक और उपभोक्ता व्यवहार का संकेत है। यह दिखाता है कि भारत में डिजिटल प्लेटफॉर्म अब जीवन के हर पहलू का हिस्सा बनते जा रहे हैं, जहां निजी जरूरतें भी बिना झिझक ऑनलाइन पूरी की जा रही हैं।