Delhi / Delhi : Delhi / दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (DIAL) द्वारा संचालित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGIA) देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा माना जाता है, जहां सामान्य दिनों में करीब 1,300 उड़ानों का संचालन होता है। लेकिन बीते कुछ दिनों से मौसम और प्रदूषण ने हवाई यातायात को बुरी तरह प्रभावित किया है। सोमवार को इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिला, जब 500 से अधिक उड़ानें देरी का शिकार हुईं। फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइटों के अनुसार, औसतन उड़ानों में 30 मिनट से अधिक की देरी दर्ज की गई, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को घना कोहरा छाया रहा। सुबह के समय दृश्यता बेहद कम थी, जिसका सीधा असर विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ पर पड़ा। इसके साथ ही दिल्ली की हवा भी बेहद जहरीली हो गई। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। 24 घंटे का औसत AQI 373 रहा, जो स्वास्थ्य के लिहाज से गंभीर चिंता का विषय है।
अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली में संचालित 39 निगरानी केंद्रों में से 12 केंद्रों ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ श्रेणी में बताया, जबकि 27 केंद्रों पर स्थिति ‘बेहद खराब’ बनी रही। इनमें सबसे ज्यादा प्रदूषण आनंद विहार इलाके में दर्ज किया गया, जहां केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के समीर ऐप के अनुसार AQI 425 तक पहुंच गया। यह स्तर न सिर्फ बुजुर्गों और बच्चों, बल्कि स्वस्थ लोगों के लिए भी खतरनाक माना जाता है।
CPCB के आंकड़ों के अनुसार, पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में दिल्ली की हवा सबसे ज्यादा खराब रही। इसके बाद नोएडा का स्थान रहा, जहां AQI 366 दर्ज किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के मौसम में हवा की गति कम होने और तापमान में गिरावट के कारण प्रदूषक कण वातावरण में ही फंसे रहते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है।
लगातार खराब मौसम और प्रदूषण के चलते न सिर्फ हवाई सेवाएं प्रभावित हो रही हैं, बल्कि आम जनजीवन पर भी इसका असर साफ नजर आ रहा है। यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे हवाई अड्डे के लिए समय से पहले निकलें और अपनी उड़ानों की स्थिति की जानकारी पहले ही जांच लें। वहीं, स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को बेवजह बाहर निकलने से बचने और सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।