स्लीपर कोच बेडरोल सुविधा: चेन्नई के साथ रायपुर मंडल ने भी कसी कमर
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भारतीय रेलवे 2026 से स्लीपर कोच में भी चादर–तकिया सहित बेडरोल सुविधा शुरू करने जा रहा है। चेन्नई और रायपुर मंडल मिलकर योजना को अंतिम रूप दे रहे हैं।
रायपुर/ छत्तीसगढ़ में रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत वाली सुविधा जल्द शुरू होने जा रही है। अब तक केवल AC कोच में यात्रियों को मिलने वाली बेडरोल सर्विस (चादर, तकिया, कंबल) अब स्लीपर क्लास में भी मिल सकती है। दक्षिण रेलवे के चेन्नई मंडल के बाद अब रायपुर रेलवे डिवीजन भी इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी में है। दोनों मंडलों के अधिकारी प्लानिंग, लॉजिस्टिक्स और ऑपरेशन को लेकर संयुक्त रूप से चर्चा कर रहे हैं।
रायपुर के सीनियर DCM अवधेश कुमार त्रिवेदी ने बताया कि अगर सभी प्रक्रियाएं समय पर पूरी हो जाती हैं, तो 2026 के नए साल की शुरुआत से कुछ चुनिंदा ट्रेनों में यह सुविधा प्रारंभ कर दी जाएगी। रेलवे इसके लिए ट्रेन–वार सूची, सफाई व्यवस्था, लिनन पैकिंग, और स्टाफ की तैनाती जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर काम कर रहा है। इस सर्विस को पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा और यात्रियों की प्रतिक्रिया के आधार पर आगे बढ़ाया जाएगा।
चेन्नई डिविजन पहले ही घोषणा कर चुका है कि वहां 1 जनवरी 2026 से स्लीपर क्लास यात्रियों को भी साफ चादर और तकिया उपलब्ध कराया जाएगा। यह भारतीय रेल में पहली बार होगा जब नॉन-AC यात्रियों को भी AC कोच जैसी सुविधा मिलेगी। इस कदम से लंबी दूरी के यात्रियों को अधिक आरामदायक सफर मिलेगा और स्वच्छता को लेकर रेल मंत्रालय की पहल और मजबूत होगी।
रेलवे का मानना है कि यह सुविधा यात्रियों के अनुभव में बड़ा बदलाव लाएगी, खासकर उन रूट्स पर जहां सफर लंबा और रात का होता है। नई व्यवस्था से स्लीपर क्लास की छवि भी सुधरने की उम्मीद है।