संचार साथी ऐप बना बड़ा साइबर सुरक्षा कवच, 1.43 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन काटे गए
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संचार साथी ऐप को केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने पूरी तरह स्वैच्छिक, लोकतांत्रिक और नागरिक-प्रथम बताते हुए उपयोगकर्ता की गोपनीयता को सर्वोच्च प्राथमिकता कहा।
संचार साथी के माध्यम से 1.43 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन, 40.96 लाख धोखाधड़ी कनेक्शन और 6.2 लाख IMEI ब्लॉक किए गए।
ऐप के सुरक्षा फीचर्स और FRI मॉड्यूल की बदौलत अब तक 475 करोड़ रुपये के संभावित वित्तीय नुकसान को रोका गया है।
New Delhi/ केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संचार साथी ऐप के नियमों को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह प्लेटफॉर्म पूरी तरह लोकतांत्रिक, स्वैच्छिक और नागरिक-प्रथम है। उन्होंने कहा कि उपयोगकर्ता अपनी आवश्यकता के अनुसार ऐप को सक्रिय कर सकते हैं और चाहें तो किसी भी समय बिना किसी प्रतिबंध के इसे अपने मोबाइल से हटा सकते हैं। किसी भी नागरिक पर ऐप का उपयोग करने या बनाए रखने का कोई दबाव नहीं है।
सिंधिया ने कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हर मोबाइल उपयोगकर्ता की सुरक्षा और डिजिटल पहचान की रक्षा करना है। संचार साथी इसी मिशन को आगे बढ़ाते हुए एक प्राइवेसी-सेफ और पारदर्शी डिजिटल सुरक्षा समाधान के रूप में तैयार किया गया है। यह ऐप निगरानी का माध्यम नहीं, बल्कि नागरिकों को सशक्त बनाने वाला सुरक्षा उपकरण है, जो मोबाइल नंबर की सुरक्षा, संभावित धोखाधड़ी, फर्जी कनेक्शनों की पहचान और चोरी या खोए फोन की ट्रैकिंग जैसे कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
लॉन्च के बाद से संचार साथी ने उल्लेखनीय परिणाम दर्ज किए हैं — पोर्टल पर 21.5 करोड़ से अधिक विज़िट और 1.4 करोड़ ऐप डाउनलोड दर्ज हुए हैं। नागरिकों द्वारा “Not My Number” रिपोर्ट के आधार पर 1.43 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन काटे गए हैं। अब तक 26 लाख खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन का पता लगाया गया है, जिनमें से 7.23 लाख फोन उपभोक्ताओं को वापस मिल चुके हैं। इसके अलावा 40.96 लाख धोखाधड़ी वाले कनेक्शन और 6.2 लाख धोखाधड़ी से जुड़े IMEI ब्लॉक किए गए हैं। Financial Risk Indicator (FRI) सिस्टम के माध्यम से 475 करोड़ रुपये के संभावित वित्तीय नुकसान को रोका गया है।
सिंधिया ने बताया कि कॉल लॉग फीचर से कोई भी नागरिक संभावित धोखाधड़ी वाले नंबर की रिपोर्ट कर सकता है, जिससे वह खुद के साथ-साथ अन्य मोबाइल उपयोगकर्ताओं को भी सुरक्षित कर सकता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल सुरक्षा ही राष्ट्रीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण आयाम है और संचार साथी इसी दिशा में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है।