भोपाल बड़े तालाब में शुरू शिकारा सेवा, पर्यटकों को मिलेगा कश्मीर जैसा आनंद

Thu 04-Dec-2025,04:31 PM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

भोपाल बड़े तालाब में शुरू शिकारा सेवा, पर्यटकों को मिलेगा कश्मीर जैसा आनंद
  • भोपाल के बड़े तालाब में शुरू हुई 20 पर्यावरण-अनुकूल शिकारा सेवा, पर्यटकों को कश्मीर की डल झील जैसा प्रीमियम अनुभव प्रदान करेगी।

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शिकारा सेवा लॉन्च कर भोपाल को वॉटर-टूरिज्म हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया।

  •  

    नई शिकारा सेवा से पर्यटन उद्योग में वृद्धि होगी और स्थानीय होटल, व्यवसाय और टूरिज्म सेक्टर को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है।

Madhya Pradesh / Bhopal :

भोपाल/ मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। बड़े तालाब में पहली बार 20 पर्यावरण-अनुकूल शिकारे उतारे गए हैं, जो पर्यटकों को कश्मीर की डल झील जैसा रोमांचक अनुभव देंगे। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 4 दिसंबर को आधिकारिक रूप से इस सेवा की शुरुआत की। यह पहल भोपाल को वॉटर-टूरिज्म हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण शुरुआत मानी जा रही है।

लोकार्पण कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंदर कल्याण, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित कई मंत्री, विधायक और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। CM मोहन यादव ने कहा कि शिकारा सेवा भोपाल को राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान दिलाएगी और मध्यप्रदेश की पर्यटन क्षमता को नई उड़ान देगी।

उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश देश का भौगोलिक केंद्र होने के कारण हमेशा से पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। वन्यजीव, धार्मिक स्थल, सांस्कृतिक धरोहरों के साथ अब वॉटर स्पोर्ट्स और वॉटर टूरिज्म भी राज्य की बड़ी ताकत बनते जा रहे हैं। पिछले वर्ष सबसे अधिक पर्यटक मध्यप्रदेश पहुंचे थे, वहीं उज्जैन में ही 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए थे। अब भोपाल की शिकारा सेवा पर्यटन में नई जान डालेगी।

शिकारा सेवा पर्यावरण-अनुकूल नावों के माध्यम से संचालित होगी, जिससे बड़े तालाब की प्राकृतिक सुंदरता को और सुरक्षित रखते हुए प्रीमियम बोटिंग अनुभव प्रदान किया जाएगा। स्थानीय लोगों, परिवारों और कपल्स के साथ-साथ देशभर के पर्यटकों के लिए यह सेवा एक आकर्षक विकल्प साबित होगी। पर्यटन विभाग का मानना है कि इससे भोपाल में होटल, रेस्तरां और स्थानीय कारोबार को भी लाभ होगा।