9 नए प्रौद्योगिकी केंद्रों से MSME को मजबूती, 3.28 लाख प्रशिक्षुओं को एआई-रोबोटिक्स प्रशिक्षण
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
9 नए प्रौद्योगिकी केंद्र जोड़कर एमएसएमई क्षेत्र को आधुनिक तकनीक आधारित कौशल प्रशिक्षण और औद्योगिक दक्षता प्रदान की जा रही है।
2025-26 में प्रौद्योगिकी केंद्र प्रणाली कार्यक्रम के संचालन और विस्तार के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया।
Delhi/ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को तकनीकी क्षमता और कौशल विकास के माध्यम से प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए भारत सरकार निरंतर कदम बढ़ा रही है। मंत्रालय द्वारा मौजूदा 18 प्रौद्योगिकी केंद्रों के साथ प्रौद्योगिकी केंद्र प्रणाली कार्यक्रम (TCSP) के अंतर्गत 9 नए प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों की स्थापना और संचालन के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
वर्ष 2024-25 में इन प्रौद्योगिकी केंद्रों के जरिए एमएसएमई उद्यमियों, कर्मचारियों और युवाओं सहित 3.28 लाख से अधिक प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। केंद्रों द्वारा कौशल विकास के पारंपरिक ढांचे को आधुनिक स्वरूप देते हुए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), रोबोटिक्स और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी उन्नत तकनीकों को प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल किया गया है।
कौशल उन्नयन का यह प्रयास एमएसएमई कार्यबल को उद्योग 4.0 की मांग के अनुरूप दक्ष बना रहा है, जिससे उत्पादन क्षमता, रोजगार अवसर और उद्यमिता को व्यापक प्रोत्साहन मिल रहा है। सरकार का उद्देश्य तकनीकी-सक्षम एमएसएमई इकोसिस्टम तैयार करना है, जिससे घरेलू व वैश्विक बाज़ार में प्रतिस्पर्धा बढ़े।