नागपुर विधानभवन के पास तेंदुआ दिखा, महाराष्ट्र में वन्यजीव घटनाएँ बढ़ीं
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नागपुर विधानभवन के पास तेंदुआ दिखने से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप, वन विभाग की टीमें मौके पर पहुँचकर व्यापक सर्च ऑपरेशन में जुटीं।
महाराष्ट्र में शहरी क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही तेंदुए की आवाजाही पर विपक्ष ने विधानसभा में सरकार की वन सुरक्षा नीति पर सवाल उठाए।
वन विशेषज्ञों के अनुसार शहरीकरण, आवास क्षेत्र का सिमटना और भोजन की कमी तेंदुओं को शहर की ओर धकेल रही है, नागरिकों को सतर्क रहने की अपील।
नागपुर। महाराष्ट्र में तेंदुओं की बढ़ती आवाजाही लगातार चिंता का विषय बनती जा रही है। कुछ ही महीनों में पुणे, संभाजीनगर और नासिक के बाद अब नागपुर में भी तेंदुए के दिखाई देने का मामला सामने आया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नागपुर अधिवेशन के दौरान तेंदुआ सीधे विधानभवन के पास देखा गया, जिससे सुरक्षा एजेंसियों और प्रशासन में हड़कंप मच गया।
शनिवार सुबह विधानभवन परिसर के नजदीक तेंदुए की हलचल देखी गई, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने तुरंत क्षेत्र को घेर लिया। सीसीटीवी फुटेज में तेंदुआ पेड़ों और पार्किंग एरिया के बीच तेजी से घूमता दिखाई दिया। इस घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीमें मौके पर पहुँच गईं और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
विधानसभा कार्यवाही के दौरान भी यह मुद्दा जोरदार तरीके से उठा। विपक्ष ने सरकार पर शहरी क्षेत्रों में बढ़ती वन्यजीव घटनाओं को रोकने में नाकामी का आरोप लगाया। सदन में उठे सवालों के बाद सरकार ने आश्वासन दिया कि तेंदुए की लोकेशन ट्रैक करने के लिए ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं और वन विभाग की विशेष टीम तैनात है।
विशेषज्ञों का कहना है कि वन क्षेत्रों के सिमटने, शहरीकरण के विस्तार और भोजन की तलाश के कारण तेंदुए बार-बार रिहायशी इलाकों का रुख कर रहे हैं। नागपुर के सेमिनरी हिल्स, मानकापुरा, बजाजनगर और झिंगाबाई तक पिछले एक वर्ष में कई बार तेंदुए देखे जा चुके हैं।
नागरिकों को सतर्क रहने, अकेले सुनसान क्षेत्रों में न जाने और वन विभाग को तुरंत सूचना देने की अपील की गई है। प्रशासन ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है और जल्द ही तेंदुए को पकड़कर सुरक्षित क्षेत्र में भेज दिया जाएगा।