दिल्ली-NCR में घना कोहरा और प्रदूषण, हालात गंभीर, येलो अलर्ट जारी
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दिल्ली-NCR में घने कोहरे और स्मॉग से दृश्यता 100 मीटर से नीचे, सड़क, रेल और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित।
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया, अगले कुछ दिनों तक उत्तर भारत में घना कोहरा बने रहने की चेतावनी।
प्रदूषण से सांस संबंधी समस्याएं बढ़ीं, बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह।
दिल्ली/ देश की राजधानी दिल्ली और उससे सटे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) इन दिनों घने कोहरे और गंभीर वायु प्रदूषण की दोहरी मार झेल रहे हैं। सर्द मौसम के साथ स्मॉग की मोटी परत ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सुबह और देर रात के समय हालात सबसे अधिक खराब देखे जा रहे हैं, जब दृश्यता कई इलाकों में 100 मीटर से भी नीचे दर्ज की जा रही है।
घने कोहरे और बढ़ते प्रदूषण स्तर के कारण लोगों के लिए घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और गले में खराश जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और सांस संबंधी रोगियों के लिए यह स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। डॉक्टरों ने लोगों को अनावश्यक बाहर निकलने से बचने और मास्क के उपयोग की सलाह दी है।
हालात की गंभीरता को देखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया रह सकता है। ठंडी हवाओं की कमी और नमी के बढ़े स्तर के कारण स्मॉग लंबे समय तक टिके रहने की आशंका जताई जा रही है।
कोहरे और प्रदूषण का सीधा असर यातायात व्यवस्था पर भी पड़ा है। कई सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आ रहे हैं, जबकि रेलवे सेवाओं पर भी असर पड़ा है। कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं और कुछ मार्गों पर रफ्तार सीमित कर दी गई है। वहीं, हवाई उड़ानों पर भी प्रभाव पड़ा है, जहां कम दृश्यता के चलते फ्लाइट्स के टेकऑफ और लैंडिंग में देरी देखी जा रही है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बेहद जरूरी होने पर ही यात्रा करें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें। प्रदूषण नियंत्रण को लेकर निर्माण गतिविधियों और खुले में कचरा जलाने पर निगरानी बढ़ाई गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम में बदलाव और तेज हवाओं के बिना दिल्ली-NCR को फिलहाल राहत मिलना मुश्किल है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ‘समीर’ ऐप के अनुसार दिल्ली के कई निगरानी केंद्रों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया है। कई इलाकों में AQI 400 से ऊपर पहुंच चुका है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। ऐसे हालात में बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी जा रही है।
AQI की श्रेणियां इस प्रकार हैं-
0–50 ‘अच्छा’, 51–100 ‘संतोषजनक’, 101–200 ‘मध्यम’, 201–300 ‘खराब’, 301–400 ‘बहुत खराब’ और 401–500 ‘गंभीर’।
‘गंभीर’ श्रेणी की हवा सांस लेने वालों के लिए अत्यंत हानिकारक होती है, जिससे सांस की बीमारियां, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। फिलहाल दिल्लीवासी इन्हीं गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं।