सर्दियों में पर्याप्त धूप क्यों जरूरी है: बेहतर स्वास्थ्य और मजबूत इम्युनिटी का आधार

Mon 22-Dec-2025,01:26 AM IST +05:30

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सर्दियों में पर्याप्त धूप क्यों जरूरी है: बेहतर स्वास्थ्य और मजबूत इम्युनिटी का आधार Winter-Sunlight-Benefits
  • सर्दियों में पर्याप्त धूप लेने से विटामिन-D, इम्युनिटी, मानसिक संतुलन और हड्डियों की मजबूती बनी रहती है, जानें इसके स्वास्थ्य लाभ।

  • रोजाना 20–30 मिनट सुबह की धूप शरीर के मेटाबॉलिज्म, मानसिक स्वास्थ्य और ऊर्जा स्तर को बेहतर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है।

  • धूप, संतुलित आहार और हल्की शारीरिक गतिविधि सर्दियों में बीमारियों से बचाव और समग्र स्वास्थ्य सुधार का प्राकृतिक उपाय है।

Maharashtra / Nagpur :

नागपुर/ सर्दियों का मौसम जहां एक ओर ठंड, कोहरा और सुस्ती लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर यह शरीर और मन को संतुलित रखने की विशेष सावधानी भी मांगता है। इस मौसम में पर्याप्त मात्रा में धूप लेना और दैनिक दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव करना अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी बन सकता है। सर्दियों में सूरज की किरणें कम तीव्र होती हैं, लेकिन यही किरणें शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक विटामिन-D का प्रमुख स्रोत होती हैं। विटामिन-D न केवल हड्डियों को मजबूत करता है, बल्कि इम्यून सिस्टम को सक्रिय रखने, मांसपेशियों की ताकत बनाए रखने और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित करने में भी अहम भूमिका निभाता है।

ठंड के मौसम में अधिकतर लोग घर के अंदर रहना पसंद करते हैं, जिससे धूप के संपर्क में आना कम हो जाता है। इसका सीधा असर शरीर में विटामिन-D की कमी के रूप में देखने को मिलता है, जिसके कारण जोड़ों में दर्द, थकान, चिड़चिड़ापन और बार-बार बीमार पड़ने जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में रोजाना कम से कम 20 से 30 मिनट तक सुबह की हल्की धूप लेना शरीर के लिए बेहद लाभकारी होता है। इससे शरीर की प्राकृतिक ऊर्जा बढ़ती है और दिनभर सक्रियता बनी रहती है।

धूप लेने के साथ-साथ सर्दियों में संतुलित आहार और सही दिनचर्या भी उतनी ही जरूरी है। हरी सब्जियां, मौसमी फल, सूखे मेवे और पर्याप्त प्रोटीन शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं। धूप में बैठने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है, जिससे पाचन क्रिया सुधरती है और वजन नियंत्रण में भी मदद मिलती है। मानसिक स्वास्थ्य के लिहाज से भी सूरज की रोशनी बेहद फायदेमंद मानी जाती है, क्योंकि यह सेरोटोनिन हार्मोन के स्तर को बढ़ाती है, जो मूड को बेहतर रखने में सहायक होता है।

सर्दियों में सुबह देर से उठने और शारीरिक गतिविधि कम होने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। ऐसे में धूप के साथ हल्की एक्सरसाइज, योग या टहलना स्वास्थ्य को दोगुना लाभ पहुंचाता है। खुले वातावरण में समय बिताने से फेफड़ों को शुद्ध हवा मिलती है और तनाव भी कम होता है। बुजुर्गों और बच्चों के लिए तो धूप और भी जरूरी है, क्योंकि इससे हड्डियों की मजबूती बनी रहती है और संक्रमण का खतरा कम होता है।

आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में लोग अक्सर सप्लीमेंट्स पर निर्भर हो जाते हैं, जबकि प्राकृतिक धूप एक सहज और सुरक्षित उपाय है। सर्दियों में पर्याप्त धूप लेने से नींद की गुणवत्ता भी बेहतर होती है, जिससे शरीर खुद को रिपेयर करने में सक्षम बनता है। इसके अलावा, त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी सीमित मात्रा में धूप लाभकारी होती है, बशर्ते अत्यधिक exposure से बचा जाए।

कुल मिलाकर, सर्दियों में स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए धूप को दिनचर्या का हिस्सा बनाना एक सरल लेकिन प्रभावी उपाय है। यह न केवल शारीरिक मजबूती देता है, बल्कि मानसिक संतुलन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बेहतर बनाता है। सही समय पर धूप, संतुलित आहार और सक्रिय जीवनशैली अपनाकर सर्दियों को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाया जा सकता है।