स्थापना दिवस पर पीएम मोदी ने सशस्त्र सीमा बल के साहस और समर्पण को सराहा
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
प्रधानमंत्री मोदी ने एसएसबी स्थापना दिवस पर बल के साहस, अनुशासन और राष्ट्र सुरक्षा में योगदान की सराहना की।
चुनौतीपूर्ण भूभागों और कठिन परिस्थितियों में एसएसबी की सतर्कता को प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा का मजबूत आधार बताया।
प्रधानमंत्री ने जवानों और उनके परिवारों के त्याग को राष्ट्र सेवा का अहम हिस्सा करार दिया।
दिल्ली/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 दिसंबर 2025 को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के स्थापना दिवस के अवसर पर बल से जुड़े सभी अधिकारियों और जवानों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने देश की सीमाओं की सुरक्षा में एसएसबी की भूमिका की सराहना करते हुए इसे राष्ट्र की आंतरिक और सीमाई सुरक्षा का एक मजबूत स्तंभ बताया। उन्होंने कहा कि यह बल सेवा, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की सर्वोच्च परंपराओं का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एसएसबी का अटूट समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती प्रदान करती है। चुनौतीपूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों, दुर्गम सीमावर्ती इलाकों और कठिन परिचालन हालातों में भी एसएसबी के जवान पूरी सतर्कता और साहस के साथ अपने दायित्व निभाते हैं। चाहे बर्फीले पहाड़ हों, घने जंगल हों या दुर्गम सीमाएं, एसएसबी हर परिस्थिति में राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर कार्य करती है।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किए गए संदेश में कहा कि सशस्त्र सीमा बल के कर्मियों का समर्पण देशवासियों के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने यह भी कहा कि एसएसबी न केवल सीमाओं की रक्षा करता है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति, स्थिरता और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी अहम भूमिका निभाता है।
एसएसबी की स्थापना का उद्देश्य सीमाओं की निगरानी के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करना रहा है। समय के साथ इस बल ने आधुनिक तकनीक, प्रशिक्षण और रणनीतियों को अपनाते हुए अपनी क्षमताओं का निरंतर विस्तार किया है। प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में भी एसएसबी पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ देश की सेवा करता रहेगा।
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश के अंत में बल के सभी कर्मियों और उनके परिवारों के योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि जवानों के परिवारों का त्याग और समर्थन भी देश की सुरक्षा में उतना ही महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने एसएसबी के उज्ज्वल भविष्य और आगे के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।