महाराष्ट्र निकाय चुनाव जीत का जश्न बना हादसा, जेजुरी में आग से 14 लोग झुलसे
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पुणे के जेजुरी में नगर परिषद चुनाव जीत के जश्न के दौरान भंडारा चढ़ाते समय आग लगी, एनसीपी अजित पवार गुट के 14 लोग झुलस गए।
हादसे में नवनिर्वाचित पार्षद मोनिका घड़गे, उनके पति और अन्य नेता घायल, सभी को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति की बड़ी जीत के बीच जेजुरी हादसे ने सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े किए।
पुणे/ महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों में जीत के जश्न के दौरान एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। पुणे जिले के जेजुरी कस्बे के पास जेजुरी नगर परिषद चुनाव में जीत का उत्सव उस समय चीख-पुकार में बदल गया, जब मंदिर परिसर में अचानक आग लग गई। इस हादसे में एनसीपी (अजित पवार गुट) के कई कार्यकर्ता और नवनिर्वाचित पार्षद बुरी तरह झुलस गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के मुताबिक, नगर परिषद चुनाव में जीत के बाद एनसीपी अजित पवार गुट के नवनिर्वाचित पार्षद और समर्थक भगवान खंडेराया मंदिर में हल्दी (भंडारा) अर्पित करने पहुंचे थे। जेजुरी मंदिर की पहली सीढ़ियों के पास बड़ी संख्या में लोग एकत्रित थे। इसी दौरान भंडारा चढ़ाने के समय आग भड़क गई और जलती हुई हल्दी व तेल आसपास खड़े लोगों पर गिर पड़ा। देखते ही देखते वहां अफरा-तफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मतगणना और परिणाम घोषित होने के बाद श्रद्धालु और पार्टी कार्यकर्ता खंडेरायचरण के दर्शन कर आशीर्वाद मांग रहे थे। इसी दौरान आग की चपेट में आकर करीब 14 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों में जेजुरी नगर परिषद से नवनिर्वाचित एनसीपी पार्षद मोनिका राहुल घड़गे, उनके पति राहुल घड़गे, और वार्ड नंबर 5 से निर्वाचित पार्षद स्वरूपा खोमाने के नाम प्रमुख रूप से सामने आए हैं।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। सभी घायलों को पास के निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि अन्य की स्थिति स्थिर है। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
यह हादसा ऐसे समय पर हुआ है जब महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है। राज्य चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी की महायुति ने 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनावों में 207 अध्यक्ष पदों पर जीत दर्ज की है, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी केवल 44 सीटों तक सिमट गई।
जेजुरी की यह घटना न केवल चुनावी जश्न की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि धार्मिक स्थलों पर भीड़ प्रबंधन और आग से जुड़ी सावधानियों की अनदेखी को भी उजागर करती है। प्रशासन की ओर से घायलों के बेहतर इलाज और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही जा रही है।