सर्दियों में बुजुर्गों की सेहत सबसे ज्यादा जोखिम में, ऐसे रखें पूरा ख्याल
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सर्दियों में बुजुर्गों का स्वास्थ्य तेजी से प्रभावित होता है, इसलिए गर्म कपड़े, पौष्टिक भोजन और घर में उचित तापमान बनाए रखना बेहद जरूरी है।
हृदय रोग, सांस की दिक्कत, जोड़ों का दर्द और संक्रमण से बचाव के लिए बुजुर्गों को हल्का व्यायाम, धूप और पर्याप्त पानी लेना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखते हुए परिवार को बुजुर्गों के साथ समय बिताना चाहिए, जिससे अकेलापन और तनाव कम हो सके।
नागपुर/ सर्दियों का मौसम जहां ठंडक और आराम देता है, वहीं बुजुर्गों के लिए यह कई स्वास्थ्य जोखिम भी लेकर आता है। बढ़ती उम्र के साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, ब्लड सर्कुलेशन धीमा पड़ता है और हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में ठंड का प्रभाव बुजुर्गों पर अधिक पड़ता है, खासकर हृदय रोग, सांस की परेशानी, जोड़ों का दर्द, निमोनिया और वायरल संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि परिवार के सदस्यों को सर्दियों में बुजुर्गों की विशेष देखभाल करनी चाहिए ताकि वे फिट और सुरक्षित रह सकें।
चिकित्सकों के अनुसार, सर्दियों में बुजुर्गों के लिए गर्म कपड़े पहनना, नियमित रूप से हल्का व्यायाम करना और संतुलित आहार लेना बेहद जरूरी है। सुबह की कड़ाके की ठंड में बाहर निकलने से बचें और घर के अंदर ही सूर्य की हल्की धूप में बैठना फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा, घर के कमरों में उचित तापमान बनाए रखना चाहिए ताकि ठंडी हवा के कारण सर्दी-जुकाम, खांसी या सांस की दिक्कतें न बढ़ें।
पानी कम पीने की वजह से बुजुर्गों में डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ जाती है, इसलिए उन्हें बार-बार गर्म पानी या सूप जैसे विकल्प देना उपयोगी रहता है। गर्म तेल की मालिश, गुड़ का सेवन, मेवे और हर्बल काढ़ा जैसे घरेलू उपाय भी शरीर में गर्मी बनाए रखने में मदद करते हैं। डॉक्टर सलाह देते हैं कि बुजुर्गों को रोजाना उनके नियमित दवाइयों और विटामिन-डी की मात्रा समय से लेते रहना चाहिए।
एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू मानसिक स्वास्थ्य है। सर्दियों में दिन छोटे होने और धूप कम मिलने के कारण बुजुर्गों में अकेलापन और उदासी बढ़ सकती है। परिवार के सदस्यों को उनके साथ समय बिताना चाहिए और उन्हें ऐसी गतिविधियों में शामिल करना चाहिए जो उन्हें पसंद हों। विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि यदि किसी बुजुर्ग को सीने में दर्द, तेज खांसी, सांस लेने में तकलीफ, अत्यधिक ठंड लगना या अचानक कमजोरी महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।