एनसीएससी की राष्ट्रीय संगोष्ठी: अम्बेडकर और सरदार पटेल के सामाजिक न्याय व राष्ट्रीय एकता योगदान पर चर्चा

Thu 04-Dec-2025,06:07 PM IST +05:30

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एनसीएससी की राष्ट्रीय संगोष्ठी: अम्बेडकर और सरदार पटेल के सामाजिक न्याय व राष्ट्रीय एकता योगदान पर चर्चा
  • कार्यक्रम में इतिहासकार, नीति-विशेषज्ञ और समाजशास्त्री भाग लेकर समकालीन समय में दोनों महान नेताओं के विचारों की प्रासंगिकता पर चर्चा करेंगे।

  • आयोग संविधान आधारित अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी अनुसूचित जाति समुदाय व देश के सभी नागरिकों तक पहुंचाने के लिए जन-जागरूकता अभियान को मजबूत कर रहा है।

Delhi / New Delhi :

दिल्ली/ राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) आगामी 6 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित करने जा रहा है, जिसमें राष्ट्रनिर्माण के दो महापुरुष—डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर और सरदार वल्लभभाई पटेल—को उनकी पुण्यतिथि और 150वीं जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि दी जाएगी। यह कार्यक्रम सामाजिक न्याय, समानता, संवैधानिक मूल्यों, राष्ट्रीय एकता और समावेशी राष्ट्रनिर्माण में दोनों महान विचारकों की भूमिका को रेखांकित करने के उद्देश्य से योजनाबद्ध किया गया है।

संगोष्ठी का आयोजन प्रधानमंत्री संग्रहालय, तीन मूर्ति मार्ग, नई दिल्ली में पूर्वाह्न 11 बजे से होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार होंगे, जबकि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री किशोर मकवाणा की अध्यक्षता में इस सम्मेलन का संचालन किया जाएगा। संगोष्ठी में प्रसिद्ध इतिहासकार प्रो. रिजवान कादरी मुख्य वक्ता के रूप में शामिल होंगे और डॉ. अम्बेडकर तथा सरदार पटेल के विचारों की ऐतिहासिक विरासत, सामाजिक भूमिका और वर्तमान परिदृश्य में उनके दूरदर्शी दृष्टिकोण पर व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।

कार्यक्रम को लेकर आयोग के अध्यक्ष श्री मकवाणा ने कहा कि यह संगोष्ठी राष्ट्र को सामाजिक समानता, अस्पृश्यता उन्मूलन, लोकतांत्रिक अधिकारों और राष्ट्रीय एकता के संदेश से पुनः जोड़ने का माध्यम बनेगी। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति समुदाय के अधिकारों की सुरक्षा के लिए संविधान में शामिल प्रावधानों की समझ और अनुसरण को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाना आयोग की निरंतर प्राथमिकता है। यह आयोजन संविधान, सामाजिक न्याय और एक भारत–श्रेष्ठ भारत के विचारों के प्रति जनभागीदारी व जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर बनने की अपेक्षा के साथ आयोजित किया जा रहा है।