पूर्व सूबेदार और महिला गिरफ्तार, पाकिस्तानी हैंडलर्स से जुड़े होने के आरोप

Thu 04-Dec-2025,08:26 PM IST +05:30

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पूर्व सूबेदार और महिला गिरफ्तार, पाकिस्तानी हैंडलर्स से जुड़े होने के आरोप गुजरात ATS ने जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश
  • गुजरात ATS ने गोवा और दमन से दो संदिग्ध जासूसों को गिरफ्तार किया।

  • आरोपी पाकिस्तान से जुड़े हैंडलर्स को सेना की गोपनीय जानकारी भेजते थे।

  • ATS नेटवर्क के विस्तार और लीक सूचना की जांच कर रही है।

Gujarat / Ahmedabad :

Ahemdabad / गुजरात एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने गुरुवार को एक बड़े जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। यह नेटवर्क दमन और गोवा से संचालित हो रहा था और संवेदनशील सैन्य जानकारी को पाकिस्तान भेजने का आरोप लगा है। इस मामले में दो लोगों—भारतीय सेना के पूर्व सूबेदार अजय कुमार सिंह और दमन निवासी रशमनी पाल—को गिरफ्तार किया गया है।

एटीएस अधिकारियों के मुताबिक, दोनों आरोपी पाकिस्तानी इंटेलिजेंस एजेंसियों के हैंडलर्स के संपर्क में थे और आर्मी कैंप, मूवमेंट और पोस्टिंग डिटेल्स जैसी बेहद संवेदनशील जानकारी साझा कर रहे थे। इन दोनों को गोवा और दमन से एक समन्वित ऑपरेशन के तहत हिरासत में लिया गया और पूछताछ के लिए गुजरात लाया गया है।

पूर्व सूबेदार Singh पर गंभीर आरोप
अजय कुमार सिंह, जो पहले दीमापुर में सूबेदार के पद पर तैनात थे और फिलहाल गोवा में सिक्योरिटी ऑफिसर के रूप में काम कर रहे थे, 2022 से पाकिस्तानी ऑपरेटिव “अंकिता शर्मा” के संपर्क में थे।

एटीएस का दावा है कि सिंह न सिर्फ संवेदनशील जानकारी साझा कर रहे थे बल्कि पाकिस्तान स्थित ऑपरेटिव्स को आर्थिक मदद भी भेजते थे। एक और चिंताजनक खुलासा यह हुआ कि उनके फोन में मैलवेयर इंस्टॉल किया गया था, जो बिना उनकी जानकारी के ही डेटा निकालकर पाकिस्तान भेजता था।

रशमनी पाल भी पाकिस्तानी नेटवर्क से जुड़ी
दूसरी आरोपी रशमनी पाल पर आरोप है कि वह पाकिस्तानी हैंडलर्स खालिद और अब्दुल सत्तार से संपर्क में थी। वह भी भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़ी जानकारी साझा कर रही थी।

दोनों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है और एटीएस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह नेटवर्क देश के किन-किन हिस्सों तक फैला है और कितनी गोपनीय जानकारी पहले ही बाहर जा चुकी है।

पहले भी ATS ने पकड़े थे आतंक के साजिशकर्ता
इस कार्रवाई से पहले, 9 नवंबर को गुजरात ATS ने तीन संदिग्ध आतंकियों—अहमद मोहिउद्दीन सैयद, मोहम्मद सुहेल और आज़ाद—को अडालज टोल प्लाज़ा के पास से गिरफ्तार किया था।

उनके पास से

  • दो Glock पिस्टल
  • एक Beretta पिस्टल
  • 30 जिंदा कारतूस
  • 4 लीटर कैस्टर ऑयल

बरामद किया गया था। एटीएस का कहना है कि ये तीनों देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमलों की साजिश रच रहे थे और हथियारों की सप्लाई के दौरान पकड़े गए।

पूरे नेटवर्क की तलाश जारी
एटीएस अब दोनों ताज़ा गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है, ताकि

  • पाकिस्तानी एजेंसियों से उनके कनेक्शन,
  • नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की पहचान,
  • और पहले कितनी महत्वपूर्ण सूचनाएं लीक हो चुकी हैं,
  • इन सभी पहलुओं की गहराई से जांच हो सके।

यह कार्रवाई साबित करती है कि सुरक्षा एजेंसियों पर देश विरोधी गतिविधियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी कितनी चुनौतीपूर्ण है। गुजरात ATS की इस कार्रवाई ने एक बड़े जासूसी मॉड्यूल को खत्म कर बड़ी कामयाबी हासिल की है।