एनसीए-एफ में पर्पल फेस्ट-2025 में समावेशिता और सशक्तीकरण का उत्सव, सिविल सेवा प्रशिक्षुओं की उत्साही भागीदारी
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पर्पल फेस्ट-2025 में दिव्यांगजनों की प्रतिभा, उद्यमशीलता और पहुंच-योग्यता को सम्मान देते हुए समावेशी समाज निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण संदेश दिया गया।
सचिव वी. विद्यावती और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में प्रेरक सत्रों, कार्यशालाओं और अनुभवात्मक कार्यक्रमों ने सहानुभूति और सशक्तीकरण की भावना मजबूत की।
176 अधिकारी प्रशिक्षुओं और एनसीए-एफ फैकल्टी की भागीदारी ने दिव्यांगजनों के अधिकारों और समावेशिता की दिशा में भावी नीति-निर्माण की संवेदनशीलता बढ़ाई।
Delhi/ दूरसंचार विभाग के अंतर्गत 5-स्टार रेटेड केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान, राष्ट्रीय संचार अकादमी-वित्त (एनसीए-एफ), घिटोरनी में 3 दिसंबर 2025 को दिव्यांगों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में दिव्यांगों के सशक्तीकरण विभाग (DEPwD) के सहयोग से पर्पल फेस्ट-2025 उत्साह और उत्सव के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की सचिव सुश्री वी. विद्यावती ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में समाज में मौजूद मानसिक अवरोधों को मिटाने और दिव्यांगजन अधिकारों एवं समान भागीदारी के लिए अनुकूल वातावरण विकसित करने का आह्वान किया।
एनसीए-एफ की महानिदेशक ने प्रतिभागियों को समावेशी शिक्षा, करुणा और सशक्तीकरण को संस्थागत प्रतिबद्धता का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में उप मुख्य आयुक्त सहित वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति ने आयोजन को और समृद्ध बनाया।
समारोह में चयनित गतिविधियों और अनुभवात्मक सत्रों का आयोजन किया गया, जिनकी सराहना प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक की। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में सुश्री इरा सिंघल, IAS का प्रेरक संबोधन, गैर सरकारी संगठनों द्वारा आयोजित विभिन्न सत्र, पहुंच-योग्यता पर केंद्रित कार्यशालाएं और सहानुभूति बढ़ाने वाले अनुभवात्मक कार्यक्रम शामिल थे।
लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी के सहयोग से एनसीए-एफ में विशेष फाउंडेशन कोर्स कर रहे अखिल भारतीय एवं केंद्रीय सिविल सेवाओं के 2025 बैच के 176 अधिकारी प्रशिक्षुओं ने फैकल्टी और कर्मचारियों के साथ उत्साहपूर्वक भागीदारी की। दिव्यांगजनों के उप मुख्य आयुक्त द्वारा संकाय सदस्यों के लिए प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण (ToT) सत्र आयोजित किया गया, साथ ही सेंसिटाइजेशन और जागरूकता के उद्देश्य से सिमुलेशन गतिविधियों की श्रृंखला भी शामिल रही।
दिव्यांगजन उद्यमियों द्वारा लगाए गए स्टॉल और प्रदर्शनियों को प्रशिक्षु अधिकारियों, मेहमानों, फैकल्टी और आगंतुकों से विशेष प्रशंसा मिली। बच्चों और युवाओं सहित उद्यमियों की भागीदारी ने दृश्यता, पहचान और आर्थिक सशक्तीकरण के नए अवसर खोले।
पर्पल फेस्ट-2025 समावेशिता, विविधता, प्रतिभा और मानवीय संवेदनशीलता का व्यापक उत्सव साबित हुआ। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि सक्षम भविष्य उसी समाज में संभव है जो करुणा, पहुंच-योग्यता और अवसर की समानता को प्राथमिकता देता है।