लखीमपुर: नाबालिग ई-रिक्शा चालकों से बढ़ा खतरा, ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई
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लखीमपुर खीरी में नाबालिग ई-रिक्शा चालकों की भरमार से सड़क सुरक्षा संकट गहरा, रोजाना जाम और दुर्घटना का जोखिम बढ़ रहा है।
बिना नंबर और लाइसेंस वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर नागरिकों ने ट्रैफिक इंचार्ज की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। शहरवासियों ने प्रशासन से अवैध ई-रिक्शा और नाबालिग चालकों पर सख्त अभियान चलाने और सड़क सुरक्षा सुधारने की मांग की।
लखीमपुर/ लखीमपुर खीरी शहर में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की अनियंत्रित बढ़ोतरी अब सड़क पर चलने वालों के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है। बिना लाइसेंस, बिना वाहन पंजीकरण और बिना किसी निगरानी के सड़क पर दौड़ रहे ये वाहन रोजाना जाम की स्थिति पैदा कर रहे हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि इनमें से बड़ी संख्या में नाबालिग चालक शामिल हैं, जिनके हाथ में वाहन की स्टीयरिंग लोगों की जान के लिए खतरा बन चुकी है।
शहर के मुख्य चौराहों से लेकर बाजारों तक, हर जगह ट्रैफिक अव्यवस्था देखने को मिल रही है। बिना किसी भय के तेज रफ्तार में दौड़ते ये ई-रिक्शा न तो नियम मानते हैं और न ही ट्रैफिक पुलिस की चेतावनियों को गंभीरता से लेते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि दिनभर जाम, दुर्घटनाओं का खतरा और अवैध वाहन संचालन शहर की बड़ी समस्या बन चुका है।
इधर शहर में घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन ट्रैफिक इंचार्ज टीएसआई सचिन गंगवार की कार्रवाई लगभग शून्य मानी जा रही है। शहरवासियों का आरोप है कि कार्रवाई सिर्फ कागजों में ही सीमित है, जबकि जमीनी स्तर पर स्थिति जस की तस बनी हुई है।
नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि नाबालिग चालकों पर तत्काल रोक लगाई जाए, ऑटो–ई-रिक्शा का सत्यापन किया जाए और सख्त अभियान चलाकर सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।