टाटीझरिया में झारखंड एफपीओ धान अधिप्राप्ति केंद्र का उद्घाटन

Wed 17-Dec-2025,01:05 AM IST +05:30

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टाटीझरिया में झारखंड एफपीओ धान अधिप्राप्ति केंद्र का उद्घाटन
  • टाटीझरिया में झारखंड एफपीओ धान अधिप्राप्ति केंद्र के उद्घाटन से किसानों को ₹2450 प्रति क्विंटल का सुनिश्चित मूल्य मिलेगा।

  • अधिप्राप्ति केंद्र शुरू होने से किसानों को बिचौलियों से मुक्ति और स्थानीय स्तर पर पारदर्शी धान बिक्री की सुविधा मिलेगी।

  • एफपीओ अधिकारियों ने किसानों से अपील की कि वे अपनी उपज सीधे केंद्र पर बेचकर सरकारी समर्थन मूल्य का लाभ उठाएं।

Jharkhand / Hazaribagh :

हजारीबाग | 16 दिसंबर 2025, प्रखंड टाटीझरिया में किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत झारखंड एफपीओ (Farmer Producer Organization) धान अधिप्राप्ति केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया गया। मंगलवार को पूजा-अर्चना और फीता काटकर इस केंद्र की शुरुआत की गई, जिसके बाद क्षेत्र के किसानों में खासा उत्साह देखने को मिला।

इस अधिप्राप्ति केंद्र के माध्यम से किसानों को ₹2450 प्रति क्विंटल की दर से धान का समर्थन मूल्य प्रदान किया जाएगा। केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, एफपीओ पदाधिकारी, कृषि विभाग से जुड़े अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान किसानों को केंद्र की कार्यप्रणाली, पंजीकरण प्रक्रिया और धान बिक्री से जुड़ी आवश्यक जानकारियां दी गईं।

एफपीओ पदाधिकारियों ने बताया कि इस केंद्र के शुरू होने से किसानों को अब अपनी उपज बेचने के लिए दूर के मंडियों में नहीं जाना पड़ेगा। इससे न केवल परिवहन लागत कम होगी, बल्कि समय की भी बचत होगी। किसानों को भुगतान की प्रक्रिया पारदर्शी और समयबद्ध रखने का आश्वासन भी दिया गया।

कार्यक्रम में किसानों से अपील की गई कि वे बिचौलियों के बजाय सीधे अधिप्राप्ति केंद्र पर अपनी उपज की बिक्री करें, जिससे उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित पूरा मूल्य मिल सके। कई किसानों ने कहा कि यह केंद्र छोटे और मध्यम किसानों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा, क्योंकि इससे उन्हें स्थिर और भरोसेमंद बाजार उपलब्ध होगा।

स्थानीय किसानों का मानना है कि धान अधिप्राप्ति केंद्र खुलने से क्षेत्र की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और किसानों की आमदनी में भी सुधार होगा। यह पहल झारखंड में किसान-हितैषी नीतियों को जमीनी स्तर पर लागू करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।