India Leadership Kimberley Process | भारत तीसरी बार किम्बर्ली प्रोसेस की अध्यक्षता करेगा: नैतिक हीरा व्यापार में भारत की भूमिका
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
Kimberley-Process
भारत की तीसरी बार किम्बर्ली प्रोसेस अध्यक्षता.
वैश्विक हीरे के व्यापार में नैतिकता और पारदर्शिता बढ़ाना.
सदस्य देशों के सहयोग और तकनीकी समाधान.
Delhi / भारत 1 जनवरी 2026 से संयुक्त राष्ट्र समर्थित किम्बर्ली प्रोसेस (Kimberley Process) की अध्यक्षता करने जा रहा है, यह उसके लिए तीसरी बार है। यह नेतृत्व वैश्विक हीरे के व्यापार को नियंत्रित करने और नैतिक, पारदर्शी व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देने में भारत की बढ़ती वैश्विक प्रभाव क्षमता को दर्शाता है।
किम्बर्ली प्रोसेस सर्टिफिकेशन स्कीम (KPCS) का उद्देश्य संघर्ष से जुड़े हीरों (Conflict Diamonds) को वैश्विक बाजार में प्रवेश करने से रोकना है। भारत की अध्यक्षता में हीरे के व्यापार की ट्रेसबिलिटी, अनुपालन और व्यापार सुगमता को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि हीरा व्यापार निष्पक्ष, भविष्योन्मुख और व्यापार-केंद्रित बने।
भारत इस कार्यकाल में तकनीकी समाधानों के माध्यम से आपूर्ति श्रृंखला की सत्यापन क्षमता बढ़ाने, सदस्य देशों के बीच सहयोग सुदृढ़ करने और सतत व्यापार प्रथाओं को अपनाने पर जोर देगा। यह नेतृत्व भारत को अंतरराष्ट्रीय व्यापार और कूटनीति में अपनी प्रमुख भूमिका दिखाने का अवसर भी प्रदान करेगा।
भारत की अध्यक्षता में किम्बर्ली प्रोसेस न केवल हीरे के वैश्विक व्यापार की पारदर्शिता और नैतिकता बनाएगी, बल्कि यह दिखाएगी कि भारत जिम्मेदार अंतरराष्ट्रीय व्यापार फ्रेमवर्क को संचालित करने और वैश्विक मानक स्थापित करने में सक्षम है।