नींबू से चिकन धोना सही या गलत? जानिए एक्सपर्ट्स की और घरेलू राय

Tue 23-Dec-2025,02:07 AM IST +05:30

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नींबू से चिकन धोना सही या गलत? जानिए एक्सपर्ट्स की और घरेलू राय Nimbu-De-Chicken-Saaf-Karna
  • नींबू का एसिड चिकन की बदबू कम कर बैक्टीरिया और सतही गंदगी हटाने में सहायक माना जाता है।

  • नींबू से धोने पर चिकन का स्वाद बेहतर होता है और मसाले अच्छे से मांस में समा जाते हैं।

  • भारतीय रसोई में नींबू को प्राकृतिक क्लीनिंग एजेंट और पारंपरिक खाद्य सुरक्षा उपाय माना जाता है।

Maharashtra / Nagpur :

AGCNN / भारतीय रसोई में चिकन पकाने से पहले उसे नींबू से धोने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। खासतौर पर जब कच्चे चिकन से तेज गंध आती है या बाजार से लाया गया चिकन पूरी तरह साफ न लगे, तो गृहणियां और रसोइये नींबू का इस्तेमाल जरूर करते हैं। यह केवल स्वाद बढ़ाने की परंपरा नहीं, बल्कि स्वच्छता, सेहत और भोजन की गुणवत्ता से भी जुड़ा विषय है। हाल के वर्षों में खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बढ़ती जागरूकता के बीच यह सवाल फिर चर्चा में है कि आखिर चिकन को नींबू से क्यों धोना चाहिए।

नींबू में प्राकृतिक साइट्रिक एसिड पाया जाता है, जो हल्के एंटीबैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है। जब कच्चे चिकन को नींबू के रस और पानी से धोया जाता है, तो उसकी सतह पर मौजूद गंदगी, खून के अवशेष और चिपचिपापन काफी हद तक हट जाता है। बाजार से आने वाला चिकन अक्सर खुले वातावरण में कटता है, जहां धूल, मक्खियों और बैक्टीरिया के संपर्क में आने की आशंका रहती है। ऐसे में नींबू से धोना एक अतिरिक्त सावधानी के रूप में देखा जाता है।

चिकन से आने वाली कच्चे मांस की तीखी गंध कई लोगों को पसंद नहीं होती। नींबू इस गंध को न्यूट्रल करने में मदद करता है। नींबू का खट्टापन मांस की प्राकृतिक गंध को कम कर देता है, जिससे पकने के बाद स्वाद ज्यादा संतुलित और सुगंधित लगता है। यही कारण है कि कई शेफ और घरेलू रसोइये चिकन को मैरीनेट करने से पहले नींबू या सिरके से हल्का सा रगड़ कर धोते हैं।

स्वाद के लिहाज से भी नींबू महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नींबू से धोया गया चिकन मसालों को बेहतर तरीके से सोखता है। जब चिकन की सतह साफ और हल्की एसिडिक हो जाती है, तो उस पर लगाए गए मसाले अंदर तक अच्छे से प्रवेश करते हैं। इससे ग्रेवी या फ्राई चिकन ज्यादा स्वादिष्ट बनता है। खासतौर पर तंदूरी, टिक्का और कबाब जैसी रेसिपी में नींबू का उपयोग आम है।

हालांकि, आधुनिक खाद्य विशेषज्ञ यह भी स्पष्ट करते हैं कि केवल नींबू से धोने से सभी खतरनाक बैक्टीरिया पूरी तरह खत्म नहीं होते। असली सुरक्षा चिकन को अच्छी तरह पकाने से मिलती है। उच्च तापमान पर पकाने से साल्मोनेला और अन्य हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं। इसलिए नींबू से धोना एक सहायक प्रक्रिया है, न कि पूर्ण सुरक्षा उपाय।

स्वास्थ्य के नजरिये से देखा जाए तो नींबू रासायनिक क्लीनर की तुलना में प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प माना जाता है। कई लोग चिकन धोने के लिए डिटर्जेंट या अन्य केमिकल्स का इस्तेमाल करने की गलती कर बैठते हैं, जो सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। नींबू इस मामले में सुरक्षित है और किसी भी तरह का हानिकारक अवशेष नहीं छोड़ता।

भारतीय परंपराओं में नींबू को शुद्धता और ताजगी का प्रतीक माना गया है। यही कारण है कि केवल चिकन ही नहीं, बल्कि मछली और अन्य मांसाहारी खाद्य पदार्थों को भी नींबू से धोने की परंपरा रही है। बदलते समय के साथ भले ही आधुनिक तकनीक और पैकेजिंग आ गई हो, लेकिन घरेलू रसोई में नींबू का महत्व आज भी बरकरार है।

निष्कर्ष के तौर पर कहा जा सकता है कि चिकन को नींबू से धोना स्वाद, स्वच्छता और परंपरा का संतुलित मेल है। यह प्रक्रिया चिकन को पकाने से पहले साफ करने, बदबू कम करने और स्वाद बढ़ाने में मदद करती है। हालांकि, इसके साथ सही तरीके से पकाना और रसोई की स्वच्छता बनाए रखना भी उतना ही जरूरी है।