पंचायती राज मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति बैठक में गांव-गांव हिंदी विस्तार पर जोर
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पंचायती राज मंत्रालय ने हिंदी को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए प्रशासनिक, डिजिटल और प्रशिक्षण आधारित प्रयासों को और सशक्त करने पर जोर दिया।
ई-ग्रामस्वराज और सभासार प्लेटफॉर्म पर हिंदी सहित 22 भाषाओं में डिजिटल रूपांतरण से ग्राम पंचायत स्तर पर समावेशी शासन को बढ़ावा मिला।
हिंदी सलाहकार समिति ने युवाओं, ग्रामीण क्षेत्रों और “क” क्षेत्र के राज्यों में हिंदी प्रयोग बढ़ाने के व्यावहारिक सुझाव दिए।
नई दिल्ली/ केंद्रीय पंचायती राज मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की अध्यक्षता में 15 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में पंचायती राज मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल, सचिव विवेक भारद्वाज, समिति के सदस्य और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री ललन सिंह ने कहा कि हिंदी को गांव-गांव और जन-जन की भाषा बनाने में पंचायती राज मंत्रालय की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं, अभियानों और प्रशासनिक कार्यों में हिंदी के निरंतर प्रयोग से जन-संवाद और जन-जागरूकता को मजबूती मिली है। उन्होंने समिति के सदस्यों द्वारा दिए गए सुझावों का स्वागत करते हुए आश्वासन दिया कि व्यवहारिक और उपयोगी सुझावों को नीतिगत निर्णयों के माध्यम से लागू किया जाएगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने कहा कि मंत्रालय हिंदी को राजभाषा के साथ-साथ जनभाषा के रूप में सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि ई-ग्रामस्वराज और सभासार जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भाषिणी एप्लिकेशन के माध्यम से हिंदी सहित 22 भारतीय भाषाओं में सरल रूपांतरण की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे ग्राम पंचायत स्तर पर प्रशासन अधिक समावेशी बन रहा है।
पंचायती राज मंत्रालय के सचिव श्री विवेक भारद्वाज ने कहा कि मंत्रालय में हिंदी के प्रयोग में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय की वेबसाइट पूर्णतः हिंदी में उपलब्ध है और पत्राचार, प्रकाशन, डिजिटल एवं सोशल मीडिया संचार में हिंदी को प्राथमिकता दी जा रही है। हिंदी में कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रोत्साहित एवं सम्मानित भी किया जाता है।
बैठक में अपर सचिव श्री सुशील कुमार लोहानी ने कहा कि पंचायती राज के कार्यों में हिंदी के बढ़ते प्रयोग से विकास संबंधी सूचनाएं आम नागरिकों तक सरल और प्रभावी ढंग से पहुंच रही हैं। समिति सदस्यों ने “क” क्षेत्र के राज्यों में हिंदी पत्राचार, गांवों में हिंदी-सहित संकेत बोर्ड और युवाओं को हिंदी से जोड़ने जैसे महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए।