इंदौर में अटल जन्म शताब्दी समारोह: उपराष्ट्रपति ने अटल जी के मूल्यों को किया नमन
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इंदौर में अटल बिहारी वाजपेयी जन्म शताब्दी समारोह में उपराष्ट्रपति ने अटल जी के सुशासन, संवाद और मानवीय राजनीति के मूल्यों को रेखांकित किया।
अटल वाजपेयी के कार्यकाल की ऐतिहासिक योजनाओं, राज्यों के गठन और पोखरण परमाणु परीक्षणों को राष्ट्र निर्माण की दिशा में निर्णायक बताया गया।
देवी अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा अनावरण के साथ स्वच्छ इंदौर की उपलब्धि को नागरिक जिम्मेदारी और सुशासन का उदाहरण बताया गया।
Indore/ भारत के उपराष्ट्रपति श्री सी. पी. राधाकृष्णन ने मध्य प्रदेश के इंदौर में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर आयोजित समारोह में भाग लिया। यह कार्यक्रम अटल फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें देश के कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति ने तमिल क्लासिक तिरुक्कुरल के एक दोहे का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी मनुष्य जन्म से समान होते हैं, जबकि महानता अपने कर्मों से अर्जित की जाती है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचार और मिशन थे, जो जीवन भर सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति अडिग रहे। उन्होंने अटल जी को राजनेता, प्रशासक, सांसद और कवि के रूप में बहुआयामी व्यक्तित्व बताया, लेकिन सबसे ऊपर एक महान मानव के रूप में स्मरण करने योग्य बताया।
उन्होंने कहा कि अटल जी संवाद, समावेशी विकास और मजबूत लेकिन मानवीय शासन के पक्षधर थे। सार्वजनिक विमर्श को गरिमा और शालीनता प्रदान करना उनकी राजनीति की विशेषता थी। इसी कारण उनका जन्मदिन “सुशासन दिवस” के रूप में मनाया जाता है।
अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि अटल जी सभी सांसदों के लिए सुलभ रहते थे और राष्ट्र निर्माण के लिए हर विचार को महत्व देते थे। उन्होंने अटल सरकार के दौरान झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के गठन को दूरदर्शी प्रशासनिक निर्णय बताया।
राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और गोल्डन क्वाड्रिलेटरल परियोजना का उल्लेख किया गया। 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षणों को याद करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि इसने भारत को आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।
कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति ने डेली कॉलेज परिसर में देवी अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा का अनावरण भी किया। उन्होंने अहिल्याबाई होलकर को जनकल्याण के लिए समर्पित दूरदर्शी शासिका बताया और इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने पर नागरिकों को बधाई दी। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री मांगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।