वाणिज्यिक कोयला ब्लॉक नीलामी के 14वें चरण में उद्योग जगत की मजबूत भागीदारी
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नई कंपनियों की भागीदारी कोयला क्षेत्र में बढ़ते निवेश विश्वास और औद्योगिक अवसरों को दर्शाती है।
नीलामी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन बोलियां बोलीदाताओं की उपस्थिति में खोली गईं।
दिल्ली/ कोयला मंत्रालय के नामित प्राधिकरण ने कल वाणिज्यिक कोयला ब्लॉकों की नीलामी के 14वें चरण के लिए बोलियां आमंत्रित कीं, जिसमें उद्योग जगत की उत्साहजनक भागीदारी देखने को मिली। इस चरण में शामिल कुल 41 कोयला ब्लॉकों में से 24 ब्लॉकों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं, जिससे देश के वाणिज्यिक कोयला खनन ढांचे में उद्योग की निरंतर रुचि स्पष्ट होती है।
नीलामी प्रक्रिया के तहत पहले ऑनलाइन बोलियों को डिक्रिप्ट कर बोलीदाताओं की उपस्थिति में इलेक्ट्रॉनिक रूप से खोला गया। इसके पश्चात ऑफलाइन बोली दस्तावेजों वाले सीलबंद लिफाफों को भी बोलीदाताओं के सामने खोला गया। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पूरी प्रक्रिया को लाइव स्क्रीन पर प्रदर्शित किया गया, जिससे सभी प्रतिभागी हर चरण को प्रत्यक्ष रूप से देख सके।
इस दौर में 41 कोयला ब्लॉकों में से 24 ब्लॉकों के लिए कुल 49 बोलियां प्राप्त हुईं। नीलामी में कुल 11 कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें से पांच कंपनियां पहली बार वाणिज्यिक कोयला खनन व्यवस्था के तहत बोली लगाने वाली नई प्रतिभागी रहीं। यह तथ्य कोयला क्षेत्र में नीतिगत ढांचे के प्रति बढ़ते विश्वास और नए निवेश अवसरों की ओर संकेत करता है।
अब प्राप्त बोलियों का मूल्यांकन एक बहु-विषयक तकनीकी मूल्यांकन समिति द्वारा किया जाएगा। तकनीकी रूप से योग्य पाए गए बोलीदाताओं को एमएसटीसी पोर्टल के माध्यम से आयोजित होने वाली इलेक्ट्रॉनिक नीलामी में भाग लेने के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।
वाणिज्यिक कोयला ब्लॉक नीलामी को मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि कोयला क्षेत्र औद्योगिक विकास, ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक गति को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जैसे-जैसे भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है, कोयला क्षेत्र देश की ऊर्जा आवश्यकताओं और औद्योगिक विस्तार का मजबूत आधार बना हुआ है।