भारतीय भाषा उत्सव 2025 संपन्न, बहुभाषावाद और NEP 2020 की भावना को मिला नया बल

Sat 13-Dec-2025,12:24 PM IST +05:30

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भारतीय भाषा उत्सव 2025 संपन्न, बहुभाषावाद और NEP 2020 की भावना को मिला नया बल
  • भारतीय भाषा उत्सव 2025 ने बहुभाषावाद, मातृभाषा में शिक्षा और एनईपी 2020 के दृष्टिकोण को राष्ट्रीय मंच पर मजबूती दी।

  • सुब्रमण्यम भारती की जयंती पर आयोजित उत्सव ने भाषाई सम्मान, सांस्कृतिक एकता और रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित किया।

  • विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और शैक्षिक स्टॉलों ने भारत की भाषाई विविधता को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया।

Delhi / New Delhi :

New Delhi/ शिक्षा मंत्रालय के विद्यालय शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (डीओएसईएल) ने 11 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय बाल भवन में भारतीय भाषा उत्सव (बीबीयू) 2025 के समापन समारोह का आयोजन किया। यह उत्सव भारत की भाषाई विविधता, बहुभाषावाद और सांस्कृतिक एकता को समर्पित रहा। समारोह में डीओएसईएल के सचिव श्री संजय कुमार तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

अपने संबोधन में श्री संजय कुमार ने भारतीय भाषा उत्सव के पिछले तीन वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए इसे भाषाई चेतना और सांस्कृतिक सम्मान का सशक्त मंच बताया। उन्होंने महाकवि सुब्रमण्यम भारती के जीवन, विचारों और आदर्शों को स्मरण करते हुए स्वतंत्रता आंदोलन, सामाजिक सुधार और बहुभाषावाद में उनके योगदान को रेखांकित किया। श्री कुमार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप मातृभाषा में सीखने और पढ़ने की आदत विकसित करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों को कई भाषाएँ अपनाने, शब्दावली समृद्ध करने और स्पष्ट संवाद कौशल विकसित करने के लिए प्रेरित किया। सुब्रमण्यम भारती की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने सभी भाषाओं और समुदायों के सम्मान से प्राप्त सांस्कृतिक शक्ति को रेखांकित किया।

प्रो. एम. जगदीश कुमार ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए बहुभाषा सीखने के व्यापक उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बहुभाषावाद आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता और नवाचार को बढ़ावा देता है। उनके अनुसार, भाषाई विविधता से उत्पन्न संज्ञानात्मक सुगमता युवाओं को विभिन्न दृष्टिकोणों को समझने में सक्षम बनाती है और उन्हें विकसित भारत 2047 के लक्ष्यों में योगदान के लिए तैयार करती है।

समारोह के दौरान एक जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसमें केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय और राष्ट्रीय बाल भवन के विद्यार्थियों ने भाग लिया। गीत, शास्त्रीय व लोक नृत्य, बहुभाषी देशभक्ति गीत, नुक्कड़ नाटक और कविता पाठ के माध्यम से भारत की भाषाई एवं सांस्कृतिक विविधता का प्रभावशाली प्रदर्शन हुआ।

इसके साथ ही विभिन्न भाषाओं में विकसित शिक्षण-अधिगम सामग्री के स्टॉल लगाए गए और भाषा आधारित खेलों का आयोजन किया गया, जिनमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। “भाषाएँ अनेक, भाव एक” विषय पर आधारित यह उत्सव 4 से 11 दिसंबर 2025 तक देशभर के विद्यालयों में आयोजित गतिविधियों के साथ संपन्न हुआ।

भारतीय भाषा उत्सव 2025 ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप भारत की भाषाई विरासत के संरक्षण और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के प्रति डीओएसईएल की प्रतिबद्धता को पुनः सुदृढ़ किया।