संसद हमले के शहीदों को पीएम मोदी की श्रद्धांजलि, साहस और कर्तव्यनिष्ठा को नमन
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
संसद हमले की बरसी पर प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि देकर उनके साहस और सर्वोच्च बलिदान को याद किया।
पीएम मोदी ने कहा कि गंभीर खतरे में भी जवानों की सतर्कता और कर्तव्यनिष्ठा हर नागरिक के लिए प्रेरणास्रोत है।
New Delhi/ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 13 दिसंबर 2001 को भारत की संसद पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले की बरसी पर देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए सुरक्षाकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि राष्ट्र कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर जवानों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करता है और उनका सर्वोच्च बलिदान सदैव देशवासियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गंभीर खतरे और कठिन परिस्थितियों के बावजूद सुरक्षाकर्मियों ने जिस साहस, सतर्कता और अटूट कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया, वह भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे वीरों का त्याग केवल इतिहास का हिस्सा नहीं, बल्कि हर नागरिक के लिए जिम्मेदारी और देशभक्ति का मार्गदर्शक है।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किए गए संदेश में प्रधानमंत्री ने लिखा कि आज का दिन उन वीरों को याद करने का है जिन्होंने 2001 में संसद पर हुए कायराना हमले के दौरान अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उन्होंने कहा कि भारत उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए सदा कृतज्ञ रहेगा।
प्रधानमंत्री के इस संदेश ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ देश की एकजुटता और सुरक्षा बलों के प्रति सम्मान को रेखांकित किया। संसद पर हमला भारत के लोकतंत्र पर सीधा आघात था, जिसे सुरक्षाकर्मियों की तत्परता और बलिदान ने विफल कर दिया। देश आज भी उन शहीदों के साहस से प्रेरणा लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के संकल्प को मजबूत करता है।