1xBet ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में ED की बड़ी कार्रवाई: युवराज, उथप्पा और बॉलीवुड स्टार्स की करोड़ों की संपत्ति अटैच

Fri 19-Dec-2025,05:56 PM IST +05:30

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1xBet ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में ED की बड़ी कार्रवाई: युवराज, उथप्पा और बॉलीवुड स्टार्स की करोड़ों की संपत्ति अटैच ED-Action_-1xBet-Case
  • 1xBet सट्टेबाजी मामले में ED की बड़ी कार्रवाई. 

  • युवराज सिंह, रॉबिन उथप्पा और बॉलीवुड स्टार्स की संपत्तियां अटैच.

  • कुल अटैच की गई संपत्तियों का मूल्य ₹19.07 करोड़ से अधिक.

Maharashtra / Mumbai :

Mumbai / प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 1xBet ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में बड़े स्तर पर कार्रवाई की है। इस मामले में भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा के साथ-साथ कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज की करोड़ों की संपत्तियां अस्थाई रूप से अटैच की गई हैं। इस कार्रवाई का उद्देश्य कथित अवैध बेटिंग ऐप्स के जरिए निवेशकों और आम लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी और टैक्स चोरी की जांच करना है।

कौन-कौन शामिल हैं
ईडी ने ताजा कार्रवाई में युवराज सिंह की ₹2.5 करोड़, रॉबिन उथप्पा की ₹8.26 लाख, उर्वशी रौतेला की ₹2.02 करोड़ (मां के नाम पर रजिस्टर्ड), सोनू सूद की ₹1 करोड़, मिमी चक्रवर्ती की ₹59 लाख, अंकुश हाजरा की ₹47.20 लाख और नेहा शर्मा की ₹1.26 करोड़ की संपत्तियां अटैच की हैं। इससे पहले शिखर धवन और सुरेश रैना की संपत्तियां भी अटैच की जा चुकी हैं। इस प्रकार अब तक इस मामले में कुल अटैच की गई संपत्तियों का मूल्य ₹19.07 करोड़ से अधिक हो चुका है।

अटैचमेंट का मतलब और प्रक्रिया
सबसे जरूरी बात यह है कि अटैचमेंट का मतलब जब्ती नहीं होता। मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) की धारा 5 के तहत ईडी को शक होने पर किसी भी संपत्ति को 180 दिनों तक अस्थाई रूप से अटैच करने का अधिकार है। इस अवधि में संपत्ति का तकनीकी मालिक मूल मालिक ही रहता है और इसका इस्तेमाल जारी रख सकता है। हालांकि, उसे बेच, ट्रांसफर या गिरवी नहीं रखा जा सकता। प्रोविजनल अटैचमेंट तब तक फाइनल नहीं माना जाता जब तक कि उसे निर्णायक प्राधिकरण द्वारा मंजूरी न मिल जाए।

180 दिनों की अवधि के भीतर ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत मामले को निर्णायक प्राधिकरण के सामने रखना होता है। अगर प्राधिकरण सबूतों की जांच के बाद अटैचमेंट की पुष्टि करता है, तो ईडी प्रॉपर्टी पर फिजिकल कब्जा कर सकती है। यदि पुष्टि नहीं होती, तो संपत्ति को मालिक को लौटाना पड़ता है।

क्या ED अटैच की गई संपत्ति बेच या नीलाम कर सकती है?
ईडी जांच या ट्रायल के दौरान अटैच की गई संपत्तियों को बेच या नीलाम नहीं कर सकती। बिक्री या नीलामी की अनुमति केवल पीएमएलए कोर्ट के ट्रायल समाप्त होने के बाद मिलती है। इसके लिए कोर्ट यह तय करता है कि संपत्ति सच में अपराध की कमाई है या नहीं। अगर आरोपी दोषी ठहराया जाता है, तो अटैच की गई संपत्तियों को सरकार औपचारिक रूप से जब्त कर लेती है। नीलामी के बाद प्राप्त राशि सरकारी खजाने में जमा कर दी जाती है।

1xBet और उसकी वैश्विक पहचान
1xBet एक वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त बुकी है और पिछले 18 सालों से बेटिंग इंडस्ट्री में सक्रिय है। इसके ग्राहक हजारों खेल आयोजनों पर दांव लगा सकते हैं। कंपनी की वेबसाइट और ऐप 70 भाषाओं में उपलब्ध हैं। ईडी की यह कार्रवाई भारत में ऑनलाइन बेटिंग और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि ED और सरकार अवैध वित्तीय लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में सख्त कदम उठा रही हैं। प्रोविजनल अटैचमेंट से जुड़े नियम संपत्ति के अस्थायी नियंत्रण और जांच की पारदर्शिता सुनिश्चित करते हैं, जबकि कोर्ट के फैसले के बाद ही संपत्ति का अंतिम नियंत्रण या नीलामी संभव है।