वहीं रविवार को इस सीजन का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। इस दौरान न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया, जो सामान्य से 1.4 डिग्री कम रहा। अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक था। सोमवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान करीब 18 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, 27 अक्टूबर की शाम और 28 अक्टूबर की सुबह हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, 29 अक्टूबर की सुबह भी दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहने की संभावना है।
बारिश के साथ-साथ राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण की स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है। सोमवार सुबह 7 बजे तक दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 268 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। यह आंकड़ा हालांकि रविवार के मुकाबले थोड़ा कम है, लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से यह अब भी खतरनाक स्तर पर है। दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख शहरों में फरीदाबाद में AQI 269, गाजियाबाद में 272, गुरुग्राम में 287, ग्रेटर नोएडा में 258 और नोएडा में 255 दर्ज किया गया है।
राजधानी के कई इलाकों में AQI का स्तर 300 से 400 के बीच बना हुआ है, जबकि कुछ इलाकों में यह 250 से 300 के बीच दर्ज किया गया। बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन द्वारा लगातार पानी का छिड़काव और अन्य उपाय किए जा रहे हैं। राजधानी में GRAP-2 (Graded Response Action Plan) के तहत कई सख्त नियम लागू हैं, जिनमें निर्माण कार्यों पर रोक, सड़क पर धूल नियंत्रण और वाहनों की जांच जैसे कदम शामिल हैं।
दिल्लीवासी इस समय दोहरी चुनौती का सामना कर रहे हैं—एक ओर मौसम के उतार-चढ़ाव से दिन का तापमान अप्रत्याशित रूप से बदल रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रदूषण का स्तर सांस लेने में मुश्किलें पैदा कर रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस दौरान बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा या हृदय रोग से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क पहनना, घर से बाहर कम निकलना और सुबह के समय व्यायाम से बचना उचित रहेगा।
कुल मिलाकर, दिल्ली-एनसीआर में आने वाले दो दिन मौसम में हल्का बदलाव देखने को मिलेगा, जिससे प्रदूषण के स्तर में थोड़ी राहत की उम्मीद की जा सकती है। हालांकि फिलहाल राजधानी में हवा की गुणवत्ता अब भी खराब श्रेणी में बनी हुई है और नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है।