उपराष्ट्रपति ने सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर एकता और सशक्त प्रशासन के शिल्पकार को किया नमन
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उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने सरदार पटेल की 75वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भारत की एकता और प्रशासनिक सुदृढ़ता का महान सूत्रधार बताया।
सरदार पटेल द्वारा रियासतों का एकीकरण और अखिल भारतीय सेवाओं की स्थापना को राष्ट्र निर्माण की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया गया।
उनकी शाश्वत विरासत ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ और विकसित भारत की यात्रा को निरंतर दिशा और प्रेरणा देती है।
Delhi/ उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन ने आज उपराष्ट्रपति परिसर में भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 75वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने देश की एकता, प्रशासनिक सुदृढ़ता और राष्ट्र निर्माण में सरदार पटेल के अमूल्य योगदान को स्मरण किया।
सोशल मीडिया पर साझा किए गए अपने संदेश में उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज़ादी के बाद भारत के सामने सैकड़ों रियासतों को एकीकृत कर एक सशक्त राष्ट्र बनाने की सबसे बड़ी चुनौती थी, जिसे सरदार पटेल ने अपने दूरदर्शी नेतृत्व, दृढ़ संकल्प और अद्वितीय प्रशासनिक कौशल से सफलतापूर्वक पूरा किया। उन्होंने कहा कि इतनी विशाल भाषाई, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधताओं वाले देश को एक सूत्र में पिरोना विश्व इतिहास में भी एक असाधारण उपलब्धि मानी जाती है।
उपराष्ट्रपति ने अखिल भारतीय सेवाओं की स्थापना को भी सरदार पटेल की दूरदर्शिता का उदाहरण बताया, जिसने देश के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत आधार प्रदान किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की यह विरासत आज भी भारत की एकता, अखंडता और सुशासन को सशक्त बनाए हुए है।
श्री राधाकृष्णन ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन और विचार “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को निरंतर प्रेरणा प्रदान करते हैं और विकसित भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ते राष्ट्र का मार्गदर्शन करते रहेंगे। उन्होंने युवाओं से सरदार पटेल के आदर्शों से प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने का आह्वान भी किया।