Year Ender 2025: साल 2025 की 10 प्रमुख अपराध और सुरक्षा घटनाएं जो भारत को झकझोर गईं

Wed 31-Dec-2025,11:34 PM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

Year Ender 2025: साल 2025 की 10 प्रमुख अपराध और सुरक्षा घटनाएं जो भारत को झकझोर गईं Year-Ender-2025 (Photo AI)
  • साल 2025 में भारत में हुई 10 प्रमुख अपराध और सुरक्षा घटनाओं का विश्लेषण, जिसने देश को झकझोर दिया और सुरक्षा चुनौतियों को उजागर किया।

Madhya Pradesh / Jabalpur :

जबलपुर/ साल 2025 ने भारतवासियों के लिए यादगार और भयभीत करने वाले अनुभव दोनों ही साथ लाए। देशभर में कई सनसनीखेज अपराधों और गंभीर सुरक्षा घटनाओं ने लोगों को झकझोर दिया। मेरठ का नीला ड्रम केस, जिसमें मुस्कान और साहिल ने पति की हत्या कर शव को टुकड़ों में ड्रम में पैक किया, एक ऐसी घटना थी जिसने सामाजिक चेतना को झकझोर दिया। अकबरपुर सादात में अमित मिक्की की हत्या और सांप के बहाने हत्या का भ्रम पैदा करना, डिजिटल दुनिया में सोशल मीडिया स्टार कमल कौर की निर्मम हत्या, टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या जैसी घटनाओं ने सुरक्षा और विश्वास पर प्रश्न चिह्न खड़ा किया।

इसी बीच, राजा रघुवंशी मर्डर केस और पहलगाम हमला जैसे घटनाओं ने न केवल कानूनी और प्रशासनिक सिस्टम पर सवाल उठाए, बल्कि आतंकवाद और संगठित अपराध की चुनौती भी उजागर की। अहमदाबाद विमान दुर्घटना और दिल्ली लाल किला कार बम धमाका जैसे हादसे सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और तैयारी की आवश्यकता को स्पष्ट करते हैं। पटना के अस्पताल में गैंगवार और देशभर में फैली हिंसा ने यह दिखाया कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था में लगातार सुधार की आवश्यकता है।

साल 2025 में घटित ये घटनाएं न केवल अपराध की गंभीरता और सुरक्षा खामियों को उजागर करती हैं, बल्कि सरकार और नागरिकों को सतर्क रहने और सुधारात्मक कदम उठाने की प्रेरणा भी देती हैं। यही कारण है कि 2025 भारतीय इतिहास में सुरक्षा और अपराध के संदर्भ में एक अहम साल बनकर याद रखा जाएगा।

दिल्ली लाल किला कार बम धमाका: राजधानी को दहलाने वाली आतंकी साजिश

10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुए भीषण कार बम धमाके ने न सिर्फ राजधानी, बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया था। यह धमाका इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई और आसपास खड़े वाहनों के परखच्चे उड़ गए। इस आतंकी हमले में 15 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि करीब 32 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। मौके पर अफरा-तफरी मच गई और इलाके को तुरंत सील कर दिया गया।

जांच में सामने आया कि धमाके में इस्तेमाल की गई कार फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. उमर उन नबी चला रहा था, जो मूल रूप से पुलवामा, जम्मू-कश्मीर का निवासी था। इससे पहले पुलिस ने फरीदाबाद समेत अन्य स्थानों से करीब 2900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया था, जिसके बाद डॉ. उमर फरार हो गया था।

जांच एजेंसियों के अनुसार, विस्फोटक बरामदगी के बाद वह लगातार स्थान बदलता रहा और अंततः दिल्ली पहुंचकर उसने अपनी कार में मौजूद बम के जरिए खुद को भी उड़ा लिया। इस मामले की छानबीन में व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल का भी खुलासा हुआ। एनआईए की जांच में डॉ. मुजम्मिल गनई, डॉ. शाहीन सईद, डॉ. आदिल सहित कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया। जांच एजेंसियों ने इस हमले के पीछे पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद की संलिप्तता की पुष्टि की है। यह हमला देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर चेतावनी बनकर सामने आया।

अहमदाबाद प्लेन क्रैश

अहमदाबाद में 12 जून को हुए एअर इंडिया के विमान AI171 हादसे को लेकर जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई अहम तथ्य सामने आ रहे हैं। शुरुआती रिपोर्ट के बाद पश्चिमी मीडिया के कुछ हिस्सों ने जल्दबाजी में पायलटों को जिम्मेदार ठहराते हुए यह दावा कर दिया था कि विमान का फ्यूल कटऑफ जानबूझकर किया गया, जिससे दुर्घटना हुई। हालांकि अब जांच से जुड़े नए सबूतों ने इन दावों को पूरी तरह सिरे से खारिज कर दिया है।

जांच एजेंसियों को विमान के मलबे से जो जानकारी मिली है, उसने हादसे की दिशा ही बदल दी है। खास बात यह है कि विमान का पिछला हिस्सा (पूंछ) आग से लगभग सुरक्षित पाया गया, जबकि आमतौर पर क्रैश के बाद पूरा ढांचा जल जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस हिस्से में इलेक्ट्रिक आग (Electrical Fire) के स्पष्ट संकेत मिले हैं, जो उड़ान के दौरान किसी तकनीकी या इलेक्ट्रिकल फेल्योर की ओर इशारा करते हैं। सूत्रों का कहना है कि यदि फ्यूल कटऑफ जानबूझकर किया गया होता, तो आग का पैटर्न और मलबे की स्थिति अलग होती। लेकिन पूंछ के हिस्से का न जलना और वहां इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट जैसे संकेत मिलना, पायलट की गलती की थ्योरी को कमजोर करता है। यह नया एंगल बताता है कि हादसा संभवतः तकनीकी खामी या इलेक्ट्रिकल सिस्टम फेल्योर का नतीजा हो सकता है। जांच अभी जारी है, लेकिन इतना साफ है कि पश्चिमी मीडिया द्वारा पायलटों पर लगाए गए आरोप जल्दबाजी और अधूरी जानकारी पर आधारित थे।

पहलगाम आतंकी हमला: पर्यटन स्थल पर खून, देश को झकझोर देने वाली वारदात

अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुआ आतंकी हमला पूरे देश के लिए गहरा आघात बनकर सामने आया। हरे-भरे घास के मैदानों में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों और ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर आतंकियों ने अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस बर्बर हमले में 26 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमला पूरी तरह सुनियोजित था। आतंकियों ने पर्यटकों की भीड़ को निशाना बनाते हुए स्वचालित हथियारों से गोलियां चलाईं। चंद मिनटों में ही पर्यटन का यह शांत इलाका गोलियों की आवाज और चीख-पुकार से दहल उठा। सुरक्षा बलों ने तुरंत मोर्चा संभाला और इलाके को घेर लिया, लेकिन हमलावर पहाड़ी जंगलों का फायदा उठाकर फरार हो गए। हमले के बाद घाटी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। केंद्र और राज्य सरकार ने इस आतंकी वारदात की कड़ी निंदा की। यह हमला न केवल निर्दोष लोगों पर हमला था, बल्कि कश्मीर में लौटते पर्यटन और शांति प्रक्रिया पर भी गंभीर चोट माना गया।

राजा रघुवंशी मर्डर केस: प्रेम, धोखे और साजिश की खौफनाक कहानी

इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस ने न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। यह मामला इसलिए भी सनसनीखेज बना, क्योंकि इसमें हत्या की साजिश का केंद्र खुद राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी निकली। पुलिस द्वारा गठित विशेष जांच दल (SIT) की चार्जशीट के अनुसार, सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या की पूरी योजना तैयार की थी। चार्जशीट में खुलासा हुआ कि इस साजिश को अंजाम देने में आकाश राजपूत, आनंद कुर्मी और विशाल सिंह चौहान ने भी अहम भूमिका निभाई। योजना के तहत राजा को पहले भरोसे में लिया गया और फिर सुनियोजित तरीके से उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद आरोपियों ने सबूत मिटाने की भी कोशिश की, ताकि मामला हादसा या गुमशुदगी लगे।

पुलिस जांच में मोबाइल कॉल डिटेल, लोकेशन डेटा और गवाहों के बयानों ने इस जघन्य अपराध की परतें खोल दीं। सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की हत्या, आपराधिक साजिश और सबूत नष्ट करने जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया। यह केस रिश्तों में छिपे विश्वासघात और लालच की भयावह तस्वीर बनकर सामने आया, जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया।

टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव हत्याकांड: सपनों की उड़ान पर चली पिता की गोली

जुलाई 2025 में देश को झकझोर देने वाला एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया, जब उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उसके ही पिता ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना गुरुग्राम के सेक्टर-56 स्थित उनके आवास पर हुई। बताया गया कि उस वक्त राधिका रसोई में खाना बना रही थी, तभी अचानक गोली चलने की आवाज से पूरा घर सहम गया। घटना के समय घर में राधिका के चाचा कुलदीप और उनके बेटे भी मौजूद थे, जिन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि पिता-पुत्री के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था। राधिका का खेल करियर तेजी से आगे बढ़ रहा था और वह राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रही थी, लेकिन पारिवारिक मतभेद और कथित मानसिक दबाव इस खौफनाक घटना की वजह बने।

घटना के बाद राधिका को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपी पिता को मौके से हिरासत में लेकर हथियार बरामद किया और हत्या का मामला दर्ज किया। इस हत्याकांड ने न केवल खेल जगत बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया। यह मामला परिवार के भीतर बढ़ते दबाव, असफल संवाद और सपनों के कुचल दिए जाने की भयावह मिसाल बनकर सामने आया।

इंफ्लुएंसर कमल कौर की हत्या: डिजिटल चमक के पीछे छिपा खौफनाक सच

जून 2025 में सोशल मीडिया की दुनिया उस वक्त सन्न रह गई, जब मशहूर इंफ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर कमल कौर की बेरहमी से हत्या कर दी गई। कमल कौर को एक कथित ‘प्रमोशनल शूट’ के बहाने बुलाया गया था, लेकिन यह बुलावा उनकी जिंदगी का आखिरी सफर बन गया। जांच में सामने आया कि शूट के नाम पर उन्हें सुनियोजित तरीके से एक सुरक्षित दिखने वाली जगह पर ले जाया गया, जहां उनका गला घोंटकर हत्या कर दी गई। कमल कौर सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स के बीच अपनी पहचान बना चुकी थीं। फैशन, लाइफस्टाइल और ब्रांड प्रमोशन से जुड़ा उनका काम युवाओं में खासा लोकप्रिय था। इसी लोकप्रियता का फायदा उठाकर आरोपियों ने विश्वास जीतने की साजिश रची। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि हत्या के पीछे निजी रंजिश और आर्थिक लेनदेन की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

इस हत्याकांड ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले इंफ्लुएंसर्स की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी और डिजिटल सबूतों, कॉल डिटेल्स व सोशल मीडिया चैट्स के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की। यह घटना एक कड़वी सच्चाई बनकर सामने आई कि ऑनलाइन लोकप्रियता के साथ खतरे भी उतने ही वास्तविक हैं।

पटना के अस्पताल में गैंगस्टर की हत्या: कानून-व्यवस्था पर उठे गंभीर सवाल

जुलाई 2025 में बिहार की राजधानी पटना उस समय दहल उठी, जब एक निजी अस्पताल Paras HMRI के भीतर दिनदहाड़े एक सनसनीखेज हत्या को अंजाम दिया गया। इलाज के लिए भर्ती कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा को पांच हथियारबंद हमलावरों ने अस्पताल के अंदर घुसकर गोलियों से भून डाला। यह वारदात न केवल क्रूर थी, बल्कि इसने यह भी दिखा दिया कि अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हो चुके हैं कि वे अस्पताल जैसे सुरक्षित और संवेदनशील स्थान को भी नहीं बख्श रहे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर पूरी तैयारी के साथ अस्पताल में दाखिल हुए। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए सीधे उस वार्ड में प्रवेश किया, जहां चंदन मिश्रा भर्ती था। ताबड़तोड़ फायरिंग से मौके पर ही उसकी मौत हो गई, जबकि अस्पताल में मौजूद मरीजों, डॉक्टरों और स्टाफ में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए।

चूंकि यह वारदात चुनावी माहौल से ठीक पहले हुई थी, इसलिए राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई। विपक्ष ने राज्य सरकार पर कानून-व्यवस्था पूरी तरह विफल होने का आरोप लगाया, जबकि सरकार ने अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया। इस हत्याकांड ने बिहार में गैंगवार और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी।

मेरठ का सांप वाला हत्याकांड: साजिश, प्रेम और खौफनाक सच्चाई

मेरठ जिले से सामने आया यह हत्याकांड अपनी अजीब और चौंकाने वाली साजिश के कारण पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया। अकबरपुर सादात गांव में रहने वाले युवक अमित मिक्की की मौत को पहले सर्पदंश से हुई प्राकृतिक घटना बताया गया, लेकिन पुलिस जांच ने इस कहानी के पीछे छिपी भयावह सच्चाई उजागर कर दी। 12 अप्रैल की रात अमित अपनी पत्नी रविता के साथ शाकुंभरी दर्शन के लिए गया था। लौटते समय रविता ने अपने प्रेमी अमरदीप को फोन कर एक खतरनाक साजिश का संकेत दे दिया। उसने अमरदीप से सांप की व्यवस्था करने को कहा। अमरदीप उसी रात एक सपेरे से 1000 रुपये में वाइपर सांप खरीदकर गांव पहुंचा।

रात के अंधेरे में रविता ने अमित का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को चारपाई से नीचे उतार दिया गया और पास में वाइपर सांप छोड़ दिया गया, ताकि यह लगे कि अमित की मौत सर्पदंश से हुई है। शुरुआती तौर पर गांव में यही चर्चा रही कि युवक को सांप ने काट लिया। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस साजिश की परतें खोल दीं। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि अमित की मौत गला घोंटने से हुई थी और सांप के काटने के निशान मृत्यु के बाद बनाए गए थे। इसके बाद पुलिस ने रविता और अमरदीप को गिरफ्तार कर लिया। यह मामला रिश्तों में विश्वासघात और अपराधी सोच की एक डरावनी मिसाल बन गया।

मेरठ ब्लू ड्रम मर्डर केस की मुख्य आरोपी मुस्कान

मार्च 2025 में मेरठ में हुए ब्लू ड्रम मर्डर केस ने पूरे देश को हिला दिया था। इस सनसनीखेज मामले की मुख्य आरोपी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ राजपूत की निर्मम हत्या की थी। 6 मार्च की रात, मुस्कान और साहिल ने सौरभ को गला घोंटकर मार डाला और उसके शव के टुकड़े कर दिए। इसके बाद उन्होंने शव के टुकड़ों को एक नीले ड्रम में भरकर ऊपर से सीमेंट से पैक कर दिया, ताकि कोई सुराग न मिले। हत्या के बाद मुस्कान और साहिल हिमाचल प्रदेश की ओर घूमने निकल गए। उनके अचानक लापता होने और संदिग्ध गतिविधियों के कारण पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू की। जब जांच आगे बढ़ी, तो यह मामला धीरे-धीरे उजागर हुआ और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। पुलिस ने बताया कि मुस्कान ने साजिशपूर्वक अपने प्रेमी के साथ मिलकर यह हत्या की थी, और यह घटना पारिवारिक कलह और व्यक्तिगत रिश्तों में तनाव का परिणाम थी।

मुस्कान की यह हत्या पूरी तरह से योजनाबद्ध थी, जिसने न केवल मेरठ बल्कि पूरे देश में अपराध और सामाजिक नैतिकता पर सवाल खड़े कर दिए। मामला अदालत में विचाराधीन है, और इसने मीडिया और आम जनता में चर्चा का विषय बनकर रह गया। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि पारिवारिक विवाद कभी-कभी सबसे भयानक परिणाम तक ले जा सकते हैं।

अलीगढ़ सास-दामाद प्रेम विवाद से समाज में फैली सनसनी 

अप्रैल 2025 में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक चौंकाने वाली और विवादास्पद खबर सामने आई, जिसने पूरे समाज को शर्मसार कर दिया। अलीगढ़ की यह घटना एक सास और अपने दामाद के बीच प्रेम संबंध की थी। विवाह में केवल 9 दिन शेष थे जब सास ने अपनी बेटी के होने वाले पति के साथ भागने का निर्णय लिया। इस अप्रत्याशित कदम ने पूरे परिवार और स्थानीय समाज में सनसनी फैलाने का काम किया।

दोनों के लापता होने के तुरंत बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कई दिनों की तलाश के बाद उन्हें पकड़ने में सफलता हासिल की। जांच में पता चला कि सास और दामाद की आपसी सहमति और प्रेम ने इस घटना को जन्म दिया। हालांकि, परिवार और समाज इस कृत्य से स्तब्ध थे, क्योंकि इसने पारंपरिक रिश्तों की मर्यादा और सामाजिक नैतिकता को पूरी तरह तोड़ दिया। सास ने अपने प्रेमी दामाद के साथ रहने की जिद जारी रखी, जिससे मामले ने कानूनी और सामाजिक बहस को जन्म दिया। यह घटना अलीगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश और देश में सुर्खियों में रही। इस घटना ने स्पष्ट कर दिया कि व्यक्तिगत इच्छाएं और प्रेम संबंध कभी-कभी पारिवारिक और सामाजिक सीमाओं का उल्लंघन कर सकते हैं।

साल 2025 ने भारत में सुरक्षा और अपराध के क्षेत्र में कई गंभीर घटनाओं को जन्म दिया। मेरठ का नीला ड्रम केस और अकबरपुर सादात हत्याकांड ने घरेलू अपराध की भयावहता को उजागर किया, जबकि सोशल मीडिया स्टार कमल कौर और टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्याओं ने डिजिटल और खेल जगत में सुरक्षा की गंभीर कमी दिखायी।

राजा रघुवंशी मर्डर केस और पटना अस्पताल गैंगवार ने संगठित अपराध और साजिश की भयावह तस्वीर पेश की। पहलगाम हमला और दिल्ली लाल किला बम धमाका ने आतंकवाद और सार्वजनिक सुरक्षा पर गंभीर खतरे को रेखांकित किया। अहमदाबाद विमान दुर्घटना ने विमान सुरक्षा और जांच प्रक्रियाओं की चुनौती दिखाई। इन सभी घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया कि अपराध और सुरक्षा की जटिलताओं के प्रति सतर्कता, बेहतर कानून व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा की मजबूत नींव आवश्यक है। साल 2025 ऐसे कई सबक लेकर गया जिन्हें सुधार और सुरक्षा उपायों में शामिल करना जरूरी है।