इस फेरबदल में तीन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशकों (ADGP) को पुलिस महानिदेशक (DGP) रैंक पर प्रमोशन दिया गया है। इनमें डेविडसन देवसिरवथम को सशस्त्र पुलिस, संदीप मित्तल को साइबर क्राइम और बालनगादेवी को आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बालनगादेवी को नागरिक आपूर्ति CID का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है, जिससे आर्थिक और आवश्यक वस्तुओं से जुड़े अपराधों पर कड़ी निगरानी की उम्मीद जताई जा रही है।
इसके अलावा सात महानिरीक्षकों (IGs) को ADGP के पद पर प्रमोट किया गया है। प्रमोशन के बाद कई अधिकारियों को अहम जिम्मेदारियां दी गई हैं। प्रेम आनंद सिन्हा को ADGP और अवाडी के पुलिस कमिश्नर, अनिशा हुसैन को महिला एवं बाल अपराध प्रकोष्ठ, नजमल होदा को ऑपरेशंस और महेश कुमार राठौड़ को वेलफेयर का जिम्मा सौंपा गया है। वहीं, कुछ वरिष्ठ अधिकारी प्रमोशन के बाद भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति या विशेष विंग में अपनी सेवाएं जारी रखेंगे।
कई कमिश्नरेट स्तर पर भी बड़े बदलाव किए गए हैं। अवाडी के पुलिस कमिश्नर शंकर को ADGP के रूप में जेल विभाग भेजा गया है, जबकि ADGP (प्रवर्तन) अमलराज ने तांबरम के पुलिस कमिश्नर का कार्यभार संभाला है। इसके साथ ही अभिन दिनेश मोदक, महेश्वर दयाल और सेंथिल कुमार को सीनियर ADGP की जिम्मेदारी दी गई है, जो राज्य पुलिस के रणनीतिक संचालन में अहम भूमिका निभाएंगे।
जिला स्तर पर भी प्रमोशन और ट्रांसफर का असर दिखा है। कई SP अधिकारियों को DIG के पद पर प्रमोट कर अलग-अलग रेंज में तैनात किया गया है। इनमें शशांक साई (कांचीपुरम रेंज), देशमुख शेखर संजय (रामनाथपुरम रेंज), अरुल अरासु (विल्लुपुरम रेंज) और सरवनन (तिरुनेलवेली रेंज) शामिल हैं।
इसके अलावा चेन्नई और अन्य ज़ोन में संयुक्त आयुक्तों, IG रैंक के अधिकारियों और साइबर क्राइम, आर्थिक अपराध, प्रशासन तथा केंद्रीय अपराध इकाइयों में जिला-स्तर की नई पोस्टिंग भी की गई है। प्रमोट किए गए प्रमुख अधिकारियों में आदर्श पचोरी, साई प्रणीत, सेल्वाकुमार, उमायल और मधन जैसे नाम शामिल हैं।
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि यह बड़ा प्रशासनिक कदम राज्य चुनावों से पहले प्रभावी पुलिसिंग, बेहतर समन्वय और मज़बूत प्रशासनिक तैयारी सुनिश्चित करने की रणनीति का हिस्सा है। इस फेरबदल का असर सीनियर से लेकर मिड-लेवल और जिला स्तर तक साफ दिखाई देगा, जिससे चुनावी माहौल में कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार की सक्रियता झलकती है।