योग को जीवन का हिस्सा बनाएं: शिवराज सिंह चौहान का 20-20-20 सूत्र और स्वस्थ भारत का संदेश

Sat 21-Jun-2025,10:52 AM IST +05:30

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योग को जीवन का हिस्सा बनाएं: शिवराज सिंह चौहान का 20-20-20 सूत्र और स्वस्थ भारत का संदेश शिवराज सिंह चौहान का 20-20-20 सूत्र और स्वस्थ भारत का संदेश
  • शिवराज सिंह चौहान ने योग को बताया जीवन का अनिवार्य हिस्सा।

  • पूसा कैंपस में वैज्ञानिकों, किसानों और दीदियों ने किया सामूहिक योग।

  • 20-20-20 सूत्र से दिनचर्या में योग के समावेश की प्रेरणा।

Delhi / New Delhi :

New Delhi / नई दिल्ली के पूसा कैंपस में आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों, वैज्ञानिकों, किसानों और लखपति दीदियों के साथ सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया। इस आयोजन में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों, कृषि सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी और महानिदेशक डॉ. एम. एल. जाट ने भी भाग लिया।

इस अवसर पर श्री चौहान ने कहा कि शरीर को स्थिर और स्वस्थ रखना ही योग का मूल भाव है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को योग के श्रेष्ठ उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हुए बताया कि वे 24 घंटे कार्यरत रहते हैं और निरंतर देश-विदेश की यात्राएं करते हैं। योग के कारण ही यह स्थायित्व और ऊर्जा संभव हो पाती है। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किए कि 1998 में एक गंभीर दुर्घटना के बाद जब वह सामान्य रूप से चल भी नहीं पा रहे थे, तब योग ने उन्हें फिर से स्वस्थ जीवन प्रदान किया।

उन्होंने सभी से अपील की कि योग को केवल एक दिन की औपचारिकता न बनाकर, इसे प्रतिदिन की जीवनशैली में शामिल करें। उन्होंने कहा कि योग के अभ्यास में प्रशिक्षित विशेषज्ञ की निगरानी जरूरी है ताकि कोई हानि न हो। उन्होंने प्राणायाम के चमत्कारी प्रभावों की चर्चा करते हुए कहा कि यदि श्वास पर नियंत्रण किया जाए, तो मानसिक और शारीरिक रूप से संतुलित जीवन पाया जा सकता है।

श्री चौहान ने ‘शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्’ का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वस्थ शरीर ही धर्म, कर्तव्य और जीवन की सभी जिम्मेदारियों को निभाने का माध्यम है। उन्होंने प्रधानमंत्री के 'फिट इंडिया' अभियान को भी इसी सोच से प्रेरित बताया।

उन्होंने कहा कि योग वैज्ञानिकों की एकाग्रता, किसानों की शारीरिक ऊर्जा और लखपति दीदियों की जिम्मेदारियों को संतुलित करने में सहायक है। उन्होंने अपने “20-20-20 सूत्र” को साझा किया—20 मिनट योगासन, 20 मिनट प्राणायाम, और 20 मिनट दिन की योजना पर चिंतन, जिससे जीवन अनुशासित, लक्ष्यपूर्ण और स्वस्थ बन सकता है।

कृषि और ग्रामीण विकास विभाग की भागीदारी के साथ यह आयोजन इस वर्ष की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” को समर्पित रहा। मंत्री ने सभी को संदेश दिया कि योग को आत्मसात कर स्वस्थ जीवन जीएं और भारत को भी स्वस्थ, सक्षम और समृद्ध राष्ट्र बनाने में योगदान दें।