कोलकाता में मेसी इंडिया टूर में हंगामा- फैंस बोले यह पूरा इवेंट स्कैम था
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कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में मेसी की झलक न मिलने पर फैंस भड़के, स्टेडियम में तोड़फोड़ और हंगामे की स्थिति बन गई।
नाराज दर्शकों ने GOAT इंडिया टूर को स्कैम बताया, खराब मैनेजमेंट और वीवीआईपी कल्चर पर गंभीर आरोप लगाए।
भारी टिकट कीमत चुकाने के बावजूद फैंस को मेसी नहीं दिखे, रिफंड और आयोजकों पर कार्रवाई की मांग तेज हुई।
कोलकाता/ अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर लियोनेल मेसी के बहुप्रचारित GOAT इंडिया टूर के दौरान कोलकाता में शनिवार सुबह उस समय भारी हंगामा हो गया, जब हजारों फैंस को अपने चहेते खिलाड़ी की एक झलक तक नसीब नहीं हुई। साल्ट लेक स्टेडियम में मौजूद दर्शकों का एक बड़ा हिस्सा गुस्से में आ गया और स्थिति बेकाबू हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे-जैसे समय बीतता गया और मेसी की मौजूदगी स्पष्ट नहीं हुई, भीड़ का धैर्य जवाब देने लगा। नाराज फैंस ने बोतलें और कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे स्टेडियम परिसर में अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान स्टेडियम की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया। हालात को काबू में करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
फैंस का आरोप है कि इस इवेंट को बड़े स्तर पर प्रमोट किया गया था, लेकिन जमीनी स्तर पर व्यवस्थाएं बेहद खराब रहीं। कई दर्शकों ने इसे “पूरी तरह से स्कैम” करार दिया। एक नाराज फैन ने कहा,
“यहां जितने लोग हैं, सभी फुटबॉल से प्यार करते हैं और मेसी को देखने आए थे। लेकिन हमें कुछ भी देखने को नहीं मिला। मैनेजमेंट बेहद खराब था। यह कोलकाता फुटबॉल के लिए काला दिन है।”
एक अन्य फैन ने टिकट कीमतों पर सवाल उठाते हुए कहा कि न्यूनतम टिकट पांच हजार रुपये का था, लेकिन आम दर्शकों को मेसी के करीब तक पहुंचने का कोई मौका नहीं दिया गया। उनका आरोप था कि वीवीआईपी और कुछ खास लोगों को प्राथमिकता दी गई, जबकि आम फैंस पीछे रह गए।
फैंस ने यह भी सवाल उठाया कि जब हालात बिगड़ रहे थे, तब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता क्यों नजर नहीं आई। कई लोगों ने खुले तौर पर रिफंड की मांग की और आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई।
घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी नाराजगी देखने को मिली। वीडियो और तस्वीरें वायरल हो गईं, जिनमें स्टेडियम में तोड़फोड़ और गुस्साए फैंस साफ दिखाई दे रहे हैं। इस पूरे मामले ने न सिर्फ आयोजकों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि बड़े अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की तैयारी और प्रबंधन को लेकर भी बहस छेड़ दी है।
फिलहाल प्रशासन की ओर से स्थिति पर नजर रखी जा रही है और आयोजकों से जवाब मांगा जा सकता है। फैंस का कहना है कि उनके साथ भावनात्मक और आर्थिक दोनों तरह से अन्याय हुआ है।