मानव शरीर के लिए संतुलित पोषण: कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज, पानी और फाइबर की भूमिका
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दैनिक आहार में संतुलित पोषक तत्व शामिल करें।
विटामिन, खनिज और पानी शरीर की आंतरिक प्रक्रियाओं के लिए जरूरी।
फाइबर पाचन और आंतरिक स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करता है।
AGCNN / मानव शरीर एक जटिल लेकिन अत्यंत संतुलित जैविक प्रणाली है, जिसकी कार्यक्षमता सीधे उस भोजन पर निर्भर करती है जो हम प्रतिदिन ग्रहण करते हैं। शरीर को जीवित, सक्रिय और रोगों से सुरक्षित रखने के लिए कुछ मूलभूत पोषक तत्वों की निरंतर आवश्यकता होती है, जिन्हें सामान्यतः कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज तत्व, पानी और फाइबर के रूप में जाना जाता है। कार्बोहाइड्रेट शरीर की ऊर्जा आवश्यकताओं का प्रमुख स्रोत हैं, क्योंकि मस्तिष्क, मांसपेशियाँ और तंत्रिका तंत्र सबसे पहले इसी से ऊर्जा प्राप्त करते हैं। चावल, गेहूं, आलू, केला जैसे खाद्य पदार्थ शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान कर दैनिक गतिविधियों को सुचारु बनाते हैं। वहीं प्रोटीन शरीर की संरचना के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। मांसपेशियों की मजबूती, ऊतकों की मरम्मत, हार्मोन और एंजाइम निर्माण के लिए प्रोटीन अनिवार्य है, जिसकी पूर्ति दाल, दूध, अंडा, पनीर और सोयाबीन जैसे स्रोतों से होती है। अक्सर वसा को हानिकारक समझ लिया जाता है, जबकि सीमित और संतुलित मात्रा में वसा शरीर के लिए आवश्यक होती है। यह लंबे समय तक ऊर्जा देने के साथ-साथ हार्मोन संतुलन, त्वचा की सुरक्षा और विटामिन A, D, E तथा K के अवशोषण में मदद करती है। घी, मूंगफली, बादाम और वनस्पति तेल इसके प्रमुख उदाहरण हैं। इन तीनों पोषक तत्वों का संतुलन शरीर की कार्यशीलता को बनाए रखने की बुनियाद है, लेकिन केवल यही पर्याप्त नहीं हैं, क्योंकि सूक्ष्म पोषक तत्वों की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है।
विटामिन और खनिज तत्व शरीर के रक्षक माने जाते हैं, जो प्रत्यक्ष रूप से ऊर्जा नहीं देते लेकिन शरीर की आंतरिक प्रक्रियाओं को सुचारु रखते हैं। विटामिन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, आँखों की रोशनी बनाए रखने, त्वचा को स्वस्थ रखने और हड्डियों की मजबूती में सहायक होते हैं। फल और हरी सब्जियाँ विटामिनों का प्राकृतिक भंडार हैं, जिनका नियमित सेवन अनेक रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। वहीं खनिज तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम और जिंक हड्डियों, दाँतों, रक्त निर्माण और तंत्रिका तंत्र के लिए अनिवार्य हैं। दूध, पालक, केला और नट्स इनके अच्छे स्रोत माने जाते हैं। इसके साथ ही पानी जीवन का आधार है, क्योंकि शरीर का अधिकांश भाग पानी से बना है। पाचन, शरीर का तापमान नियंत्रित करने, विषैले तत्वों को बाहर निकालने और कोशिकाओं तक पोषक तत्व पहुँचाने में पानी की भूमिका अमूल्य है। पर्याप्त जल सेवन के बिना कोई भी पोषक तत्व सही ढंग से कार्य नहीं कर सकता। इसी क्रम में फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने का कार्य करता है, कब्ज जैसी समस्याओं से बचाता है और आंतों को सक्रिय बनाए रखता है। फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज फाइबर के प्रमुख स्रोत हैं, जो आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में विशेष रूप से आवश्यक हो गए हैं। यदि इन सभी पोषक तत्वों को संतुलित मात्रा में दैनिक आहार में शामिल किया जाए, तो न केवल शरीर रोगों से सुरक्षित रहता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक विकास भी बेहतर होता है। इसलिए स्वस्थ जीवन का मूल मंत्र यही है कि भोजन केवल पेट भरने का साधन न बने, बल्कि वह शरीर की संपूर्ण पोषण आवश्यकताओं को पूरा करने वाला संतुलित आहार हो।