EMRS प्राचार्य सम्मेलन 2025: आदिवासी शिक्षा में नेतृत्व और शासन को नई मजबूती

Wed 17-Dec-2025,04:27 PM IST +05:30

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EMRS प्राचार्य सम्मेलन 2025: आदिवासी शिक्षा में नेतृत्व और शासन को नई मजबूती
  • सम्मेलन ने आदिवासी छात्रों के सर्वांगीण विकास और “शिक्षा के माध्यम से जनजातीय परिवर्तन” के लक्ष्य को और सुदृढ़ किया।

  • मानसिक स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा, कौशल विकास और डिजिटल प्रशासन पर विशेषज्ञ सत्रों से आवासीय विद्यालय प्रबंधन को व्यावहारिक दिशा मिली।

Delhi / New Delhi :

नई दिल्ली/ राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति (नेस्ट्स) द्वारा 16-17 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) के प्राचार्यों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया। इस दो दिवसीय सम्मेलन में देशभर के ईएमआरएस के प्राचार्यों और प्रभारी प्राचार्यों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्देश्य आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक नेतृत्व, प्रशासनिक दक्षता और संस्थागत शासन को और अधिक सुदृढ़ करना था।

सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री श्री जुएल ओराम ने मुख्य अतिथि के रूप में किया, जबकि केंद्रीय राज्य मंत्री श्री दुर्गा दास उइके विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। जनजातीय मामलों के मंत्रालय और नेस्ट्स के वरिष्ठ अधिकारियों की सहभागिता ने सम्मेलन को नीतिगत और व्यावहारिक दृष्टि से समृद्ध बनाया।

अपने उद्घाटन संबोधन में केंद्रीय मंत्री श्री जुएल ओराम ने कहा कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय आदिवासी छात्रों के शैक्षणिक और सामाजिक सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने प्राचार्यों से आग्रह किया कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप नवाचार, नेतृत्व और संवेदनशील प्रशासन के जरिए संस्थागत उत्कृष्टता को नई ऊंचाई दें।

सम्मेलन के दौरान प्रशिक्षण संसाधन सामग्री, चौथी ईएमआरएस खेल प्रतियोगिता 2025 रिपोर्ट, छठी ‘उद्भव 2025’ रिपोर्ट और दूसरी ईएमआरएस प्राचार्य सम्मेलन पुस्तिका का विमोचन किया गया। इन प्रकाशनों में शिक्षा, खेल, नेतृत्व और प्रशासन के क्षेत्रों में ईएमआरएस की उपलब्धियों को रेखांकित किया गया।

पहले दिन शैक्षणिक सुधार, नेतृत्व विकास और संस्थागत शासन पर केंद्रित सत्र आयोजित किए गए। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने द्वि-परीक्षा प्रणाली पर विस्तृत प्रस्तुति दी, जबकि मानसिक स्वास्थ्य और छात्र कल्याण पर विशेषज्ञ सत्रों में आवासीय विद्यालयों में भावनात्मक सहयोग के महत्व को रेखांकित किया गया। बुनियादी ढांचे, रखरखाव और निर्माण प्रक्रियाओं पर तकनीकी सत्रों ने विद्यालय प्रबंधन को व्यावहारिक दिशा प्रदान की।

दूसरे दिन प्रशासनिक दक्षता, मानव संसाधन प्रबंधन, सह-पाठयक्रम गतिविधियों, वित्तीय शासन और स्वास्थ्य जागरूकता पर गहन चर्चा हुई। एनसीसी इकाइयों की स्थापना, प्रभावी पाठ योजना, कौशल विकास, वित्तीय साक्षरता और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों ने सम्मेलन को व्यापक दृष्टि दी। खुले विमर्श सत्र में प्राचार्यों ने अपनी चुनौतियां, सर्वोत्तम अभ्यास और नवाचार साझा किए।

सम्मेलन के समापन पर नेस्ट्स ने दोहराया कि “शिक्षा के माध्यम से जनजातीय परिवर्तन” उसकी मूल प्रतिबद्धता है। यह सम्मेलन ईएमआरएस के प्राचार्यों को सशक्त नेतृत्व, पारदर्शी शासन और छात्र-केंद्रित शिक्षा के लिए प्रेरित करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।