सूर्य गोचर 15 दिसंबर 2025: इन 3 राशियों को बरतनी होगी खास सावधानी

Fri 12-Dec-2025,02:00 AM IST +05:30

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सूर्य गोचर 15 दिसंबर 2025: इन 3 राशियों को बरतनी होगी खास सावधानी
  • 15 दिसंबर 2025 को सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर मिथुन, कन्या और वृश्चिक राशि वालों के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। स्वास्थ्य और संबंधों में सावधानी रखें।

  • मिथुन, कन्या और वृश्चिक राशि के जातकों को स्वास्थ्य, संबंधों और करियर से जुड़े मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। सूर्य गोचर के दौरान मंत्र जाप, सूर्य अर्घ्य और अनुशासनपूर्ण जीवनशैली अपनाने से नकारात्मक ग्रह प्रभाव कम किए जा सकते हैं।

Madhya Pradesh / Jabalpur :

एजीसीएनएन/ दिसंबर 2025 का महीना ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ग्रहों के राजा सूर्यदेव 15 दिसंबर 2025 को वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस खगोलीय घटना को धनु संक्रांति कहा जाता है और इसी के साथ खरमास की शुरुआत भी हो जाएगी। सूर्य का यह गोचर केवल पञ्चांग में परिवर्तन का संकेत नहीं देता, बल्कि यह सभी 12 राशियों के जीवन में ऊर्जा, आत्मविश्वास, स्वास्थ्य, प्रशासनिक क्षमताओं और रिश्तों पर गहरा प्रभाव डालता है।

सूर्य देव आत्मा, पिता, राजसत्ता, नेतृत्व क्षमता और प्रतिष्ठा के कारक माने जाते हैं। जिस राशि में सूर्य प्रवेश करते हैं, वहां ऊर्जा का तीव्र प्रवाह सक्रिय होता है, जिससे कई जातकों के जीवन में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। यह गोचर जहां कुछ राशियों के लिए शुभ फलदायी रहेगा, वहीं कुछ के लिए चुनौतियाँ लेकर भी आएगा। खासकर तीन राशियों को इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।

किन राशि वालों को सबसे ज्यादा सतर्क रहना होगा?
1. मिथुन राशि

सूर्य इस समय आपकी सप्तम भाव में गोचर करेंगे, जिससे साझेदारी, विवाह, वैवाहिक रिश्तों और व्यापारिक पार्टनरशिप में चुनौतियाँ आ सकती हैं। जीवनसाथी से मतभेद बढ़ने की संभावना है। कार्यस्थल पर वरिष्ठ अधिकारियों से अनबन हो सकती है। किसी कानूनी विवाद से भी दो-चार होना पड़ सकता है। व्यापार में उतार-चढ़ाव बने रहेंगे। इस दौरान व्यवहार में विनम्रता बनाए रखें और किसी भी प्रकार के विवाद से बचें।

2. कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए सूर्य चतुर्थ भाव में प्रवेश करेंगे। यह स्थिति मानसिक तनाव, घर-परिवार की जिम्मेदारियों में वृद्धि और माता के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। वाहन-चलाते समय विशेष सतर्क रहें। प्रॉपर्टी के मामलों में जल्दबाज़ी न करें। सरकारी कार्यों में बाधा आ सकती है। नौकरी में ट्रांसफर या अचानक दबाव बढ़ने जैसी परिस्थितियाँ बन सकती हैं। स्वास्थ्य में पेट संबंधी समस्याएँ भी परेशान कर सकती हैं।

3. वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह गोचर धन भाव में होगा, लेकिन स्वास्थ्य के लिहाज से समय अनुकूल नहीं है। सूर्य की तपन ऊर्जा नेत्र, हड्डियों, जोड़ो तथा रक्तचाप से जुड़ी दिक्कतें बढ़ा सकती है। खर्चों में अचानक वृद्धि भी हो सकती है। गुप्त शत्रुओं से सतर्क रहें। इस समय जीवन में कई अनिश्चित परिस्थितियाँ बन सकती हैं। प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य दें और “ॐ घृणि: सूर्याय नम:” मंत्र का जाप करें।

गोचर के दौरान क्या करें?

प्रतिदिन सुबह सूर्य को जल अर्पित करें।

सूर्य मंत्र “ॐ घृणि सूर्याय नम:” का 108 बार जाप करें।

पिता, गुरु और वरिष्ठों का सम्मान करें।

लाल रंग के वस्त्र पहनना लाभकारी रहेगा।

तामसी भोजन, क्रोध और विवादों से दूरी रखें।