राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष उत्सव

Thu 25-Sep-2025,05:45 PM IST +05:30

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष उत्सव RSS centenary celebrations Nagpur
  • आरएसएस का शताब्दी वर्ष उत्सव नागपुर में.

  • 21,000 स्वयंसेवक गणवेश में होंगे शामिल.

  • पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि.

Maharashtra / Nagpur :

Nagpur / 21 अक्टूबर 2026 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपने 100 वर्ष पूरे करेगा। इस ऐतिहासिक अवसर को भव्य बनाने के लिए संघ ने एक साल पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। 2 अक्टूबर 2025 से संघ अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है, जो पूरे एक साल तक चलेगा। इस वर्ष दशहरा यानी विजयादशमी का पर्व 2 अक्टूबर को है और इसी दिन नागपुर के रेशमबाग मैदान पर संघ अपना स्थापना दिवस मनाएगा। यह आयोजन हर वर्ष होता है, लेकिन इस बार का उत्सव बेहद विशेष और दिव्य होने वाला है।

इस विजयादशमी उत्सव में इस बार हर साल की तुलना में तीन गुना ज्यादा स्वयंसेवक शामिल होंगे। लगभग 21,000 स्वयंसेवक संघ के परंपरागत गणवेश में रेशमबाग मैदान में मौजूद रहेंगे। यह नजारा न केवल संघ की एकता और अनुशासन का प्रतीक होगा, बल्कि इसकी शताब्दी वर्ष की भव्यता को भी दर्शाएगा। संघ का उद्देश्य इस आयोजन को ऐतिहासिक और यादगार बनाना है, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इससे प्रेरणा ले सकें।

इस बार के उत्सव की खास बात यह है कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि होंगे। उनके साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलित, दक्षिण भारत की डेक्कन समूह से के.वी. कार्तिक और बजाज समूह से संजीव बजाज को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। इन गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना देगी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने इस ऐतिहासिक आयोजन में विदेश से भी मेहमान बुलाए हैं। इनमें घाना, दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, थाईलैंड, यूके और यूएसए से आए प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह दर्शाता है कि संघ का प्रभाव और संवाद केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उसकी उपस्थिति महसूस की जा रही है।

कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7:40 बजे होगी। सबसे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत परंपरागत शस्त्र पूजन करेंगे। इसके बाद योग, प्रात्यक्षिक (डेमो), नियुद्ध (दंगल कला), घोष (वाद्य प्रदर्शन) और प्रदक्षिणा का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम संघ की विविध गतिविधियों और शारीरिक-मानसिक अनुशासन को प्रदर्शित करेगा। इसके बाद मुख्य अतिथि का संबोधन होगा और अंत में मोहन भागवत स्वयं संघ के भविष्य और दिशा को लेकर अपना विचार प्रस्तुत करेंगे।

कुल मिलाकर, यह आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गौरवशाली 100 वर्षों की यात्रा का प्रतीक बनने जा रहा है। नागपुर का रेशमबाग मैदान इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनेगा, जहां हजारों स्वयंसेवक अनुशासन, संगठन और राष्ट्रभक्ति का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करेंगे।