खंडवा: दशहरे पर तालाब में ट्रैक्टर-ट्रॉली गिरने से 9 की मौत, गांव में मातम

Thu 02-Oct-2025,10:33 PM IST +05:30

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खंडवा: दशहरे पर तालाब में ट्रैक्टर-ट्रॉली गिरने से 9 की मौत, गांव में मातम Khandwa Dussehra accident
  • खंडवा के अर्दला गांव में दशहरे पर ट्रॉली हादसा.

  • देवी दुर्गा की मूर्तियों को ले जाती ट्रॉली तालाब में गिरी.

  • अब तक 9 लोगों की मौत, कई घायल.

  • प्रशासन ने राहत कार्य और आर्थिक सहायता सुनिश्चित की.

Madhya Pradesh / Jabalpur :

Khandawa / मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के अर्दला गांव में दशहरे के दिन एक दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को शोक और मातम में डुबो दिया। देवी दुर्गा की मूर्तियों को विसर्जन के लिए ले जा रही ट्रैक्टर-ट्रॉली अचानक तालाब में गिर गई, जिससे उसमें सवार कई लोग डूब गए। इस हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें ज्यादातर मासूम बच्चे शामिल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब के पास पुलिया पर खड़ी थी। जैसे ही ट्रॉली आगे बढ़ी, अचानक असंतुलित होकर पलट गई और उसमें बैठे सभी लोग सीधे तालाब में गिर गए। हादसा इतना अचानक हुआ कि लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। पानी में गिरते ही लोग “बचाओ-बचाओ” चिल्लाने लगे। चीख-पुकार सुनकर आसपास मौजूद लोग तालाब की ओर दौड़े और कई लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया।

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू टीम ने तत्काल बचाव कार्य शुरू किया और तालाब में फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया। अब तक 10 शवों को बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने मृतकों की पहचान कर पोस्टमार्टम के लिए शव कब्जे में ले लिए हैं। वहीं कुछ घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हादसे में कुल 14 लोग तालाब में गिरे थे, जिनमें से 10 के शव बरामद कर लिए गए हैं। राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है और गोताखोर तालाब में लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है और यह पता लगाया जाएगा कि हादसे के लिए जिम्मेदारी किसकी है।घटना के समय दशहरे के अवसर पर तालाब पर भारी भीड़ मौजूद थी। लोग दुर्गा विसर्जन देखने आए थे, लेकिन हादसे ने पूरे माहौल को शोक और अफरा-तफरी में बदल दिया। कई परिवार अपने बच्चों और परिजनों को खोकर गहरे सदमे में हैं।

गांव के लोग बता रहे हैं कि दशहरे जैसे उत्सव के दिन ऐसा दर्दनाक हादसा पहली बार हुआ है, जिससे हर कोई सकते में है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह हादसा अत्यंत दुखद है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना जताते हुए कहा कि इस कठिन समय में सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि मृतकों के परिजनों को प्रत्येक को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। साथ ही घायलों का नजदीकी अस्पताल में मुफ्त और उचित इलाज कराया जाए। मुख्यमंत्री ने प्रार्थना की कि मां दुर्गा मृतकों की आत्मा को शांति और उनके परिवारों को इस कठिन घड़ी में धैर्य प्रदान करें। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की। वहीं, प्रशासन और पुलिस लगातार राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। हादसे की पूरी रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी गई है।

स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें ताकि इस तरह की त्रासद घटनाओं से बचा जा सके। अर्दला गांव में यह हादसा दशहरे के पावन अवसर को मातम में बदल गया है। जहां एक ओर पूरे देश में रावण दहन और विजयदशमी का पर्व उल्लास के साथ मनाया जा रहा था, वहीं खंडवा जिले के इस गांव में लोग अपने अपनों को खोने के दर्द में डूब गए हैं। यह घटना न केवल प्रशासन और शासन के लिए एक चेतावनी है बल्कि समाज के लिए भी एक गहरी सीख छोड़ गई है कि धार्मिक उत्सवों में लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है।