करुर रैली में भगदड़, 20 मौत की आशंका, विजय का संबोधन बीच में रुका
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करुर में विजय की रैली में भगदड़, 20 मौत की आशंका.
सीएम स्टालिन ने तत्काल जांच और राहत कार्य शुरू किए.
विजय ने भाषण रोककर कार्यकर्ताओं और भीड़ से मदद मांगी.
Karur / तमिलनाडु के करुर जिले में शनिवार को टीवीके प्रमुख और अभिनेता-से-राजनीतिज्ञ बने विजय की रैली के दौरान बड़ा हादसा हो गया। रैली स्थल पर अचानक भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिससे अफरा-तफरी फैल गई। इस घटना में कई लोग घायल हुए, कई बेहोश होकर गिर पड़े और दर्जनों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में करीब 20 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है।
रैली स्थल पर जैसे ही भगदड़ मची, पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की और स्थिति काबू में लाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। हालांकि, इससे माहौल और ज्यादा तनावपूर्ण हो गया। इस बीच विजय ने तुरंत अपना भाषण बीच में रोक दिया और कार्यकर्ताओं को पानी की बोतलें देकर मदद की। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे एम्बुलेंस और मेडिकल टीम के लिए रास्ता साफ करें ताकि घायल लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके।
हादसे के दौरान रैली में मौजूद 9 साल की एक बच्ची भी लापता हो गई। विजय ने अपने कार्यकर्ताओं और आयोजकों से उस बच्ची की तलाश करने की अपील की। पुलिस और स्थानीय प्रशासन भी तुरंत हरकत में आया और लापता बच्ची सहित बेहोश हुए लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश शुरू की।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने तुरंत जिला प्रशासन को जांच के आदेश दिए और घायल लोगों के इलाज में किसी भी तरह की देरी न करने का निर्देश दिया। सीएम ने कहा कि करुर से जो खबरें आ रही हैं, वे बेहद चिंता जनक हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने पूर्व मंत्री सेंथिल बालाजी, स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमणियन एमए और जिला कलेक्टर से सीधे बात की है ताकि हर जरूरी कदम उठाया जा सके। साथ ही, तिरुचिरापल्ली जिले के मंत्री अंबिल महेश को भी तत्काल मदद के लिए लगाया गया है। सीएम ने ADGP से भी बातचीत की और कहा कि हालात को जल्द से जल्द सामान्य किया जाए।
रैली के दौरान विजय ने राजनीतिक बयान भी दिए। उन्होंने सीधे नाम लिए बिना पूर्व DMK मंत्री सेंथिल बालाजी पर तंज कसा और कहा कि करुर में हवाई अड्डा बनाने का वादा किया गया था, लेकिन बाद में इसे केंद्र सरकार पर छोड़ दिया गया। विजय ने यह भी दावा किया कि तमिलनाडु की राजनीति में अगले छह महीनों में बड़ा बदलाव होगा और सत्ता परिवर्तन तय है।
यह रैली विजय के 2026 विधानसभा चुनावों से पहले पूरे तमिलनाडु में चल रहे व्यापक चुनावी अभियान का हिस्सा थी। लेकिन करुर में हुए इस हादसे ने रैली को गहरी छाप छोड़ दी। अधिकारियों और आयोजकों की तत्परता से हालात को काबू में किया गया और अंततः रैली बिना किसी और बड़ी बाधा के समाप्त हुई।
यह घटना बताती है कि बड़े पैमाने पर होने वाली राजनीतिक सभाओं में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था कितनी अहम है। मुख्यमंत्री स्टालिन ने लोगों से अपील की कि वे प्रशासन और पुलिस के साथ सहयोग करें और अफवाहों से दूर रहें।