रायसेन में BJP नेता–पुलिस चौकी प्रभारी का शराब विवाद ऑडियो वायरल, आरोप-प्रत्यारोप से राजनीति गर्माई

Thu 20-Nov-2025,07:46 PM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

रायसेन में BJP नेता–पुलिस चौकी प्रभारी का शराब विवाद ऑडियो वायरल, आरोप-प्रत्यारोप से राजनीति गर्माई AI Generated Image
  • रायसेन में BJP नेता और पुलिस अधिकारी का शराब विवाद ऑडियो वायरल.

  • दोनों पक्षों के आरोपों से राजनीतिक माहौल गर्म.

  • स्थानीय नेताओं और पुलिस विभाग पर गंभीर सवाल उठे.

Madhya Pradesh / Sarangpur :

Madhya Pradesh / मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में भारतीय जनता पार्टी के एक युवा नेता और पुलिस चौकी के प्रभारी का ऑडियो इस समय जमकर वायरल हो रहा है। दोनों के संवाद में यह स्पष्ट झलक रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता शराब की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि तुम्हारे पहले वाले शराब की बोतल पहुंचाते थे, तुम क्यों नहीं पहुंचाते? ऑडियो को लेकर भाजपा नेता जहां अपने को साफ-पाक और बदनाम करने की साजिश बता रहे हैं… वहीं पुलिस थानेदार इससे डर्टी पॉलिटिक्स का हिस्सा कह रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह शर्मनाक और चौंकाने वाला विवाद चर्चित भी है और ट्रोल भी किया जा रहा है।

भाजपा मीडिया प्रभारी हरिओम साहू और दीवानगंज चौकी के प्रभारी सुनील शर्मा के इस पूरे मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सामने आकर कुछ नहीं बोल रहे हैं, बल्कि अपना मुंह छुपा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि स्थानीय सूत्रों के अनुसार मंडल मीडिया प्रभारी हरिओम साहू और चौकी प्रभारी का पहले कोई बड़ा विवाद नहीं था लेकिन कथित शराब की बोतल को लेकर हुई बातचीत ने माहौल गर्म कर दिया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि "चौकी प्रभारी ने उनका अपमान किया। शराब की बोतल देने से इनकार किया और पार्टी पदाधिकारी होने के बावजूद हैसियत बताने की कोशिश की गई। इसके बाद मीडिया प्रभारी ने चारों तरफ शिकायतें शुरू कर दीं। सीएम हेल्पलाइन, पुलिस कप्तान, और स्थानीय भाजपा नेताओं तक बात पहुँचा दी। मीडिया रिपोर्ट्स में चौकी प्रभारी सुनील शर्मा ने आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा: स्थानीय नेता गंदी राजनीति कर रहे हैं। एक बोतल न देने पर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। मैं क्यों किसी को शराब उपलब्ध कराऊँ? मैं पुलिस अधिकारी हूँ, किसी का निजी सेवक नहीं। मेरे खिलाफ हेल्पलाइन और कप्तान तक शिकायत पहुँचाना, दबाव बनाने की रणनीति है। उन्होंने साफ कहा कि शराब की बोतल न देने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है और यह पुलिस की छवि खराब करने का प्रयास है। बहरहाल इस पूरे मामले में स्थानीय विधायक प्रभु राम चौधरी को भी घसीटा जा रहा है। मीडिया प्रभारी और विधायक की नजदीकियों का जिक्र किया जा रहा है। कांग्रेस भी मजे ले रही है।