बिहार SIR पर संसद में हंगामा और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा – मानसून सत्र में बढ़ा राजनीतिक तनाव

Tue 22-Jul-2025,02:25 PM IST +05:30

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बिहार SIR पर संसद में हंगामा और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा – मानसून सत्र में बढ़ा राजनीतिक तनाव मानसून सत्र में बढ़ा राजनीतिक तनाव
  • उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा।

  • राष्ट्रपति मुर्मु ने इस्तीफा किया स्वीकार।

  • पीएम मोदी ने जताई सराहना और दी शुभकामनाएँ।

Bihar / Patna :

Bihar / संसद के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है और राजनीतिक माहौल खासा गर्म है। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्षी सांसदों ने जोरदार प्रदर्शन किया। संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के समीप हुए इस प्रदर्शन में कई प्रमुख नेता जैसे राहुल गांधी, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी वाद्रा, मनोज झा और मीसा भारती शामिल हुए। इन नेताओं ने ‘एसआईआर नहीं चलेगा’ और ‘वोटबंदी बंद करो’ जैसे नारे लगाए और तख्तियों के माध्यम से विरोध दर्ज कराया।

कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे को सदन में जोरशोर से उठाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि रातों-रात लाखों लोगों को मतदाता सूची से बाहर कर दिया गया है, जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। इसके चलते ‘इंडिया’ गठबंधन के दलों ने बैठक कर रणनीति तैयार की और मानसून सत्र में इस विषय को केंद्र में रखने का निर्णय लिया।

इधर, राज्यसभा की कार्यवाही भी हंगामे की भेंट चढ़ गई। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका। कार्यवाही एक बार स्थगित होकर दोपहर दो बजे तक के लिए रोक दी गई। इस हंगामे की एक और वजह उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा भी रहा, जिनकी अनुपस्थिति में उपसभापति हरिवंश ने राज्यसभा की अध्यक्षता की।

बैठक की शुरुआत में उपसभापति हरिवंश ने जानकारी दी कि उन्हें बिहार में SIR पर चर्चा के लिए 12 कार्यस्थगन नोटिस मिले थे, जिनमें एक नोटिस उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर चर्चा को लेकर भी था। हालांकि, सभी नोटिस अस्वीकार कर दिए गए, जिससे विपक्ष आक्रोशित हो गया और सदन में नारेबाजी शुरू हो गई।

हरिवंश ने सदस्यों से शांत रहने और कार्यवाही सुचारु रूप से चलने देने की अपील की, लेकिन जब शोर नहीं थमा तो उन्होंने बैठक को स्थगित कर दिया। बाद में दोपहर 12 बजे जैसे ही सदन दोबारा शुरू हुआ, हंगामा जारी रहा। पीठासीन अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने जानकारी दी कि उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा 22 जुलाई 2025 को गृह मंत्रालय द्वारा अधिसूचित कर दिया गया है।

गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के तहत उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया है। उनका इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वीकार कर लिया है। उनके इस्तीफे के साथ ही राज्यसभा के सभापति पद की जिम्मेदारी स्वतः उपसभापति को मिल गई है।

अब उपराष्ट्रपति का चुनाव छह माह के भीतर कराया जाएगा, जैसा कि संविधान में प्रावधान है। धनखड़ भारत के तीसरे उपराष्ट्रपति हैं जिन्होंने कार्यकाल के दौरान पद छोड़ा है। इससे पहले वीवी गिरि और आर वेंकटरमन ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के चलते इस्तीफा दिया था। संसद में उत्पन्न यह स्थिति और SIR को लेकर जारी टकराव आने वाले दिनों में और राजनीतिक गर्मी ला सकता है।