Period Care Tips | मासिक धर्म में महिलाओं की सावधानियाँ: स्वच्छता, आहार और देखभाल की पूरी गाइड

Mon 08-Dec-2025,02:39 AM IST +05:30

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Period Care Tips | मासिक धर्म में महिलाओं की सावधानियाँ: स्वच्छता, आहार और देखभाल की पूरी गाइड Menstrual-Hygiene_-Period-Care-Tips
  • पैड/टैम्पोन समय पर बदलें और निजी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।

  • आयरन, कैल्शियम और विटामिन-सी से भरपूर भोजन लें, पानी अधिक पिएँ।

  • अत्यधिक दर्द, चक्कर या असामान्य फ्लो में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

Delhi / Delhi :

Delhi / मासिकधर्म शरीर का प्राकृतिक चक्र है। इन दिनों थोड़ी सतर्कता शरीर को आराम देती है और भविष्य में गंभीर समस्याओं—जैसे बार-बार होने वाला संक्रमण, हार्मोनल असंतुलन, एनीमिया, या PCOS-PCOD के जोखिम—को कम करती है।

स्वच्छता सम्बन्धी सावधानियाँ (Hygiene)
✔ पैड/टैम्पॉन/कप समय पर बदलें

  • सैनिटरी पैड: हर 4–6 घंटे में बदलें।
  • टैम्पॉन: अधिकतम 4 घंटे (TSS का जोखिम कम करने के लिए)।
  • मेंस्ट्रुअल कप: 8–10 घंटे में खाली करें और रोज़ उबलते पानी से साफ करें।

भविष्य का लाभ: संक्रमण, दुर्गंध, रैशेज़ और फंगल इन्फेक्शन में भारी कमी।

✔ साफ पानी से बाहरी क्षेत्र धोएँ

  • दिन में 2 बार गुनगुने पानी से साफ करें।
  • बहुत तेज़ केमिकल वाले वॉश, डूश, परफ्यूम—कभी भी इस्तेमाल न करें।

भविष्य का लाभ: वेजाइनल pH सुरक्षित रहता है, जिससे बार-बार होने वाले संक्रमण रुकते हैं।

✔ प्यूबिक हेयर ट्रिम रखें
पूरी शेविंग आवश्यक नहीं, बस थोड़ा ट्रिम रखने से स्वच्छता आसान होती है।

सही खान-पान (Diet)
पीरियड्स के दौरान और उसके पहले-बाद शरीर खनिजों की मांग बढ़ा देता है।

✔ क्या खाएँ?

  • आयरन: पालक, चुकंदर, गुड़, सूखे मेवे
  • कैल्शियम + विटामिन D: दूध, दही, रागी
  • मैग्नीशियम: केला, कद्दू के बीज, ओट्स
  • एंटी-इंफ्लेमेटरी: अदरक, हल्दी वाला दूध, ग्रीन टी
  • विटामिन-C: संतरा, पपीता, कीवी (आयरन अवशोषण बढ़ाने के लिए)

✔ क्या न खाएँ?

  • बहुत तैलीय भोजन
  • बहुत ठंडी चीजें
  • कैफीन (बहुत ज़्यादा लेने से दर्द बढ़ता है)

भविष्य का लाभ: शरीर में आयरन की कमी नहीं होती, एनीमिया से बचाव।

आराम, नींद और तनाव प्रबंधन

  • पर्याप्त नींद लें (7–8 घंटे)।
  • आवश्यकता हो तो दिन में छोटी झपकी लें।
  • पेट पर हल्की गरम पानी की बोतल लेने से दर्द जल्दी शांत होता है।
  • हल्की स्ट्रेचिंग, योग (कैट-काऊ, चाइल्ड पोज़) दर्द कम करता है।

भविष्य का लाभ: हार्मोनल संतुलन बेहतर, मूड स्विंग कम, PCOS जोखिम कम।

त्वचा और इंटिमेट-हेल्थ की सुरक्षा

  • रैशेज़ से बचने के लिए पैड बार-बार बदलें।
  • अगर त्वचा संवेदनशील है तो बिना खुशबू वाले पैड उपयोग करें।

भविष्य का लाभ: त्वचा का घर्षण कम, लगातार होने वाली जलन खत्म।

मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल

  • पीरियड्स के दौरान मूड-स्विंग होना सामान्य है।
  • ज्यादा सोचने या तनाव लेने से दर्द बढ़ सकता है।
  • हल्का संगीत, चाय, डायरी लिखना या 15 मिनट ध्यान करना बहुत राहत देता है।

भविष्य का लाभ: PMS के लक्षण हल्के रहते हैं और दिमाग शांत रहता है।

सेक्सुअल हेल्थ सावधानियाँ

  • पीरियड्स के दौरान सेक्स करना चाहें तो हमेशा कंडोम का उपयोग करें।
  • इस दौरान वेजाइनल वॉश और डूश न प्रयोग करें—इंफेक्शन का खतरा बहुत बढ़ जाता है।

कब डॉक्टर से मिलना जरूरी है?
अगर ये लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएँ:

  • इतना दर्द कि चलना मुश्किल हो
  • पीरियड बहुत अनियमित होना
  • बहुत कम या बहुत ज्यादा रक्तस्राव
  • हर महीने उल्टी, बेहोशी, तेज़ बुखार
  • पैड एक-एक घंटे में भर जाना (HMB का संकेत)

भविष्य का लाभ: समय रहते PCOS, थायरॉइड या एंडोमेट्रियोसिस जैसी समस्याओं का पता चलता है।

संक्षेप में:
मासिकधर्म शरीर के अंदर चलने वाली जैविक प्रक्रिया है।
सही सावधानियों से यह पूरी तरह सहज हो जाता है—
और आज की छोटी-सी देखभाल आगे चलकर बड़े स्वास्थ्य लाभ देती है।