इंडिगो फ्लाइट संकट गहराया, डीजीसीए ने जांच के लिए चार सदस्यीय समिति बनाई
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इंडिगो फ्लाइट संकट पांचवें दिन भी जारी, 100 से अधिक उड़ानें रद्द। DGCA ने परिचालन विफलताओं की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की।
नई दिल्ली/ देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों अपनी अब तक की सबसे गंभीर परिचालन अव्यवस्था (Operational Disruption) का सामना कर रही है। शनिवार को भी हालात सामान्य नहीं हो पाए और भारत के कई प्रमुख हवाई अड्डों पर इंडिगो की उड़ानें बुरी तरह बाधित रहीं। 100 से अधिक उड़ानें रद्द होने से हजारों यात्री मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद और गुवाहाटी जैसे शहरों में घंटों फंसे रहे।
यह संकट पिछले पांच दिनों से लगातार जारी है, और आंकड़ों के अनुसार, पिछले 4 दिनों में 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। 6 दिसंबर को भी कई रूटों पर उड़ानें बिना किसी पूर्व सूचना के रद्द की गईं, जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई।
ऑपरेशन की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय समिति बनाई गई
इंडिगो में बढ़ती अव्यवस्था पर केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन और सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने शनिवार को घोषणा की कि DGCA ने चार सदस्यीय समिति गठित की है। यह समिति इंडिगो के परिचालन में उत्पन्न व्यवधानों की विस्तृत समीक्षा करेगी।
समिति निम्न बिंदुओं पर विशेष रूप से जांच करेगी-
• चालक दल (Crew) की योजना और नियुक्ति प्रक्रिया
• परिचालन तत्परता और उपलब्धता
• नए Flight Duty Time Regulations के अनुपालन में हुई संभावित चूक
• भविष्य के लिए एक मजबूत संचालन ढांचे की तैयारी
अधिकारियों के अनुसार यह रिपोर्ट DGCA को तत्काल सौंपी जाएगी ताकि एयरलाइन को सुधार के लिए बाध्य किया जा सके।
देशभर में यात्रियों की बढ़ी परेशानी
शनिवार को जारी हवाईअड्डों के डेटा के अनुसार, इंडिगो द्वारा की गई रद्दीकरण की संख्या कई प्रमुख केंद्रों पर बेहद अधिक रही। खासकर दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और गुवाहाटी में स्थिति अत्यधिक गंभीर थी।
कई यात्रियों ने बताया कि-
• उन्हें उड़ान रद्द की सूचना अंतिम समय पर मिली
• ग्राहक सहायता से संपर्क लगभग असंभव रहा
• रीबुकिंग और रिफंड प्रक्रिया अत्यंत धीमी रही
कुछ यात्रियों, जिनमें विदेश से लौटे लोग भी शामिल थे, को 12–18 घंटे तक एयरपोर्ट पर ही रुकना पड़ा।
क्यों बिगड़े हालात?
विशेषज्ञों के अनुसार, इंडिगो में फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) से जुड़े नए नियम लागू होने के बाद कई पायलटों की उपलब्धता कम हो गई। पायलट यूनियनों ने DGCA द्वारा दी गई कुछ विशेष छूटों का विरोध भी किया था। इंडिगो तेज बढ़ते संचालन दबाव को संभालने में विफल रही और अचानक एक बड़े Crew Shortage संकट का सामना करना पड़ा।
अगले 48 घंटे होंगे महत्वपूर्ण
एविएशन उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि DGCA की टीम की प्रारंभिक रिपोर्ट आने तक स्थिति संभलने की संभावना बेहद कम है। यदि एयरलाइन वैकल्पिक Crew Arrangements नहीं कर पाई, तो अगले 48 घंटों तक उड़ानें रद्द होने का सिलसिला जारी रह सकता है।